Atiq Ahmed Murder Case Live: प्रयागराज से एसीपी नरसिंह नारायण सिंह हटाए गए, डीजीपी मुख्यालय से अटैच किया गया
Atiq Ahmed Murder News Live: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ अहमद (Ashraf Ahmed) की गोली मारकर हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच चुका है.
डीसीपी प्रयागराज दीपक भूकर ने कहा कि प्रयागराज के कटरा इलाके में बम फेंकने की सूचना मिली थी. जांच में पता चला कि हर्षित सोनकर नामक व्यक्ति का शिवांश यादव से झगड़ा चल रहा है जिस कारण हर्षित ने उस गली में बम फेंका. इसमे कोई चोटिल नहीं हुआ है. अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्रा पर बम फेंके जाने की खबर असत्य है.
प्रयागराज से एसीपी नरसिंह नारायण सिंह हटा दिए गए हैं. उन्हें डीजीपी मुख्यालय से अटैच किया गया है. नरसिंह नारायण सिंह थाना शाहगंज और धूमनगंज के एसीपी थे. धूमनगंज इलाके में उमेश पाल और शाहगंज इलाके में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या हुई थी. 43 वीं वाहिनी पीएसी कानपुर से महेंद्र सिंह को प्रयागराज एसीपी पद पर भेजा गया.
ADG, STF अमिताभ यश ने कहा कि 3 मुख्य शूटर (गुड्डु मुस्लिम, अरमान, साबिर) फरार हैं, इन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम है. इसके अलावा षड़यंत्र में जो लोग शामिल हैं जिसमें अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी शामिल हैं, उन पर 50 हजार रुपए का इनाम है. इन सभी को पकड़ने की कोशिश की जा रही है.
यूपी पुलिस ने गैंगस्टर अतीक अहमद की बहन के प्रयागराज के मरियाडीह गांव स्थित आवास पर तलाशी अभियान चलाया. इससे पहले प्रयागराज के गोबर गली इलाके में देसी बम फटा. इससे हड़कंप मच गया है.
ADG लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेसन ने देहरादून में कहा कि जिस दिन ये घटना हुई (अतीक अहमद की हत्या) उसी दिन उत्तराखंड के सभी जिलों के SP को निर्देष दे दिए गए. हमारी पुलिस सतर्क है और अगर किसी भी स्थान पर कुछ संदिग्ध होता है तो पुलिस सुरक्षा का ध्यान रखेगी.
माफिया अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम का कोर्ट ने सोमवार को गैर जमानती (एनबीडब्ल्यू) वारंट जारी कर दिया. इसके साथ ही आईजी डॉ राकेश सिंह ने उस पर घोषित 25 हजार रुपये के इनाम को बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है. सद्दाम बिथरी चैनपुर और थाना बारादरी में दर्ज दो मुकदमों में वांछित चल रहा है. आई जी डॉ राकेश सिंह ने कहा है कि सद्दाम की तलाश में टीम लगी है जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी. अशरफ के बरेली ज़िला जेल में रहने के दौरान सद्दाम व्यवस्थाएं मुहैया करता था. उन्होंने कहा कि जल्द ही उसकी 82, 83 की कार्यवाही भी करवाई जायेगी.
अतीक और अशरफ हत्याकांड और यूपी में 2017 से अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच की मांग पर सुप्रीम कोर्ट 24 अप्रैल को सुनवाई करेगा. याचिका में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में कमिटी बनाने की मांग की गई है.
अतीक-अशरफ हत्याकांड और यूपी में 2017 से अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच की मांग पर सुप्रीम कोर्ट 24 अप्रैल को सुनवाई करेगा. याचिका में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में कमिटी बनाने की मांग की गई है.
बाबर की तलाश में भारी फोर्स के साथ मूलगंज, चमनगंज और बेकनगंज में कांबिंग हुई है. सूत्रों के अनुसार बाबर को बड़ा हथियार सप्लायर बताया जाता है. बाबर डी2 गैंग का सक्रिय सदस्य है.
एसटीएफ ने बाबर की तलाश में कानपुर पुलिस से संपर्क किया है. एसटीएफ सूत्रों की मानें तो हत्या में इस्तेमाल पिस्टलें कानपुर के बाबर ने सप्लाई की थी.
वकील विजय मिश्रा के अनुसार अशरफ अहमद ने चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि अगर मेरी हत्या हो जाए तो ये चिट्ठियां सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दी जाए.
वकील विजय मिश्रा के अनुसार अशरफ अहमद ने चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि अगर मेरी हत्या हो जाए तो ये चिट्ठियां सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दी जाए.
वकील विजय मिश्रा के अनुसार अशरफ अहमद ने चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि अगर मेरी हत्या हो जाए तो ये चिट्ठियां सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दी जाए.
प्रयागराज में बीते तीन दिनों से बंद इंटरनेट सेवा को शुरू कर दिया गया है. इंटरनेट सेवा शुरू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि जिले में अभी भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है.
प्रयागराज में बीते तीन दिनों से बंद इंटरनेट सेवा को शुरू कर दिया गया है. इंटरनेट सेवा शुरू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि जिले में अभी भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है.
प्रयागराज में बीते तीन दिनों से बंद इंटरनेट सेवा को शुरू कर दिया गया है. इंटरनेट सेवा शुरू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि जिले में अभी भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है.
वारणसी के जिलाधिकारी ने भीषण गर्मी और लू को देखते हुए वाराणसी में स्कूल का समय बदला है. कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल का समय बदला गया है और सभी स्कूलों का समय बदला गया है. सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक स्कूल चलने का आदेश दिया है.
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. कानपुर के शातिर बाबर ने शूटर्स को हथियार उपलब्ध कराए थे. शूटर्स से पूछताछ में कानपुर के अपराधी बाबर का नाम सामने आया है. बाबर हाल ही में जेल से जमानत पर छूट कर आया है और बाबर पर कानपुर में पांच मुकदमे दर्ज हैं. फिलहाल कानपुर से इनामी अपराधी है बाबर और एटीएस ने 2013 में विदेशी हथिकयार के साथ बाबर को गिरफ्तार किया था. वहीं पंजाब के कुछ अपराधियों से बाबर का कनेक्शन सामने आया है.
प्रतापगढ़ जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपी रखे गए हैं. इसके साथ ही तीनों शूटर सीसीटीवी निगरानी में रहेंगे, वहीं बैरक में मौजूद अन्य कैदियों को दूसरे बैरक में शिफ्ट किया गया है. 340 कैदियों की क्षमता वाले जेल में इस समय 1140 कैदी मौजूद हैं. जेल मैनुअल के हिसाब से तीनों को रात का भोजन दिया गया है.
अतीक की हत्या करने वाले शूटर्स से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है, कानपुर के शातिर बाबर ने शूटर्स को असलहे उपलब्ध कराए थे. शूटर्स से पूछताछ में कानपुर के अपराधी बाबर का नाम सामने आया है. अपराधी बाबर हाल ही में जेल से जमानत पर छूट कर आया है.
अतीक की हत्या करने वाले शूटर्स से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है, कानपुर के शातिर बाबर ने शूटर्स को असलहे उपलब्ध कराए थे. शूटर्स से पूछताछ में कानपुर के अपराधी बाबर का नाम सामने आया है. अपराधी बाबर हाल ही में जेल से जमानत पर छूट कर आया है.
माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड में अब तक हुई जांच में सबसे बड़ा एंगल कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का आ रहा है, माना जा रहा है कि अतीक और अशरफ की हत्या सुपारी देकर करवाई गई है. हालांकि यूपी पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है कि आखिर इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन है.
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद बरेली में हाई अलर्ट है. मौलाना तौकीर रजा के धरने प्रदर्शन के एलान के बाद पुलिस प्रशासन की टेंशन बढ़ गई है. आईजी और एसएसपी ने शहर कोतवाली थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला है.
गैंगस्टर अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रयागराज से बरेली ले जाने के दौरान अशरफ को पुलिस लाइन ले जाया गया था. जहां एक पुलिस अधिकारी ने उससे कहा था कि इस बार बचे हो लेकिन 15 दिन में जेल से निकल के काम तमाम कर देंगे.
प्रयागराज में माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्याकांड को लेकर कई विपक्षी नेता बीजेपी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. इसी बीच जनता की राय जानने के लिए सी वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए सर्वे किया है. जिसमें लोगों से अतीक अहमद की हत्या और असद के एनकाउंटर से बीजेपी को फायदा या नुकसान का सवाल किया गया. इस सर्वे के आंकड़े देखे जाएं तो बीजेपी को इससे 47 प्रतिशत फायदा, 17 प्रतिशत नुकसान और इसका बीजेपी पर कोई असर नहीं होगा इसका आंकड़ा 26 प्रतिशत है. वहीं इस मामले के लेकर 10 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं है.
यूपी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब इसके बाद जनता की राय जानने के लिए सी वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए सर्वे किया है. जिसमें अपराधियों के एनकाउंटर पर यूपी की जनता की राय क्या है. इसे लेकर बात की गई जिसमें 50% ने इसे सही और नैतिक बताया. इसके अलावा 28 प्रतिशत ने सही लेकिन नैतिक नहीं कहा है. वहीं 13 प्रतिशत ने इसे न सही न नैतिक कहा और 9 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं है.
माफिया अतीक अहमद को लेकर बिहार के उपमु्ख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम हैं लेकिन उन्होंने अतीक अहमद को 'अतीक जी' कहकर संबोधित किया, जिन पर हत्या, अपहरण, रंगदारी के मामले दर्ज थे. अतीक अपने खिलाफ गवाहों की हत्या करता था. उसने कबूल किया कि उसका लश्कर से संबंध है. गैंगवार में एक अपराधी मारा गया. सपा हो या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता, वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं, इसलिए आंसू बहा रही हैं.
अतीक और अशरफ की हत्या पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान पर बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने पलटवार किया है. बीजेपी सांसद ने कहा कि तेजस्वी यादव के राज में 30 दलित जहरीली शराब के सेवन से मर गए उस पर उन्होंने आंसू नहीं बहाया और एक गैंगवार में गैंगस्टर मारा गया तो ये आंसू बहा रहे हैं. यूपी के लोग तो खुश हैं कि वो मारा गया भले गैंगवार में ही मारा गया, आप कम से कम अपने राज्य में जहरीली शराब पीने से जिनकी मृत्यु हुई उनके परिवार को मुआवजा तो दिला दीजिए.
प्रयागराज में माफिया अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को नैली जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में शिफ्ट करा दिया गया है. इस हत्याकांड के आरोपी लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य को प्रतापगढ़ जेल में दाखिल करा दिया गया है. प्रयागराज की नैनी जेल में ही अतीक अहमद का बेटा अली अहमद बंद है और इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर तीनों आरोपियों को शिफ्ट किया गया है.
यूपी पुलिस ने कहा है कि माफिया से नेता बने अतीक अहमद के खिलाफ कुल 102 मामले दर्ज किए गए. जबकि उनके भाई अशरफ अहमद के खिलाफ 54 मामले दर्ज किए गए.
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ शिफ्ट किया जा रहा है. नैनी जेल में ही अतीक अहमद का बेटा अली अहमद बंद है और सुरक्षा के मद्देनजर तीनों आरोपियों को प्रतापगढ़ शिफ्ट किया जा रहा है.
अतीक अहमद और उसके भाई की मौत के बाद अतीक के वकील विजय मिश्रा ने एक बड़ा खुलासा किया है. वकील विजय मिश्रा ने इस हत्याकांड को राजनीतिक मर्डर बताया है. इसके साथ ही वकील ने कहा कि जब में बरेली जेल में अशरफ से मिला था तो उसने मुझे यह बात बताई थी कि मेरी हत्या कर दी जाएगी. वकील विजय मिश्रा ने दावा किया है कि अशरफ ने कहा कि मेरी हत्या कर दी जाएगी और बंद लिफाफे में उसका नाम लिख जाउंगा.
पूर्व सांसद अतीक अहमद को सिर में बाईं कनपटी से ऊपरी हिस्से में भी गोली लगी हुई थी. जबकि अतीक के भाई अशरफ अहमद के सिर में दो गोलियां मारी गई थीं.
प्रयागराज अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के मामले में पुलिस अभिरक्षा में दोनों की हत्या हुई है. यूपी सरकार में मंत्री नरेंद्र कश्यप ने प्रतिक्रिया दी. मुख्यमंत्री इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
जीप से उतरते वक्त अतीक आखिर किसको देख रहा था. अतीक को जैसे ही पुलिस गाड़ी से उतार रही थी तो वह किसी को ध्यान से देखता नजर आ रहा है. यह किस तरफ इशारा कर रहा है. क्या वह हमलावरों को जानता था, या फिर कुछ और वजह थी.
रिपोर्ट में बताया गया है कि अतीक अहमद को आठ और उसके भाई अशरफ अहमद को छह गोलियां लगी थीं. सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में बताया गया है कि अतीक अहमद के सिर में एक, गर्दन में एक, सीने पर दो और बाकी गोलियां शरीर के अलग-अलग हिस्सों में लगी हुई थी. उसके पेट और हाथ में भी गोली लगी हुई थी.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम रविवार को हुआ था. जबकि सोमवार को इन दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अतीक अहमद को आठ और उसके भाई अशरफ अहमद को छह गोलियां लगी थीं.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों हमलावरों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस समय दो तस्वीरें चर्चा में हैं. ये दोनों तस्वीरें अतीक की हत्या के पहले की हैं.
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 3, आर्म्स एक्ट की धारा 7, आर्म्स एक्ट की धारा 25, आर्म्स एक्ट की धारा 27 और आपराधिक कानून संसोधन की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या के प्रयास) के अलावा आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
हत्या में लवलेश तिवारी (बांदा), मोहित उर्फ सनी (हमीरपुर) और अरुण मौर्य (कासगंज) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्रयागराज के धूमनगंज थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) राजेश कुमार मौर्य ने शाहगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
हत्या के तीनों आरोपियों को रविवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि यहां से गुंडे भाग गए हैं, लेकिन लोग जेल से बैठकर लोगों की हत्या की साजिश कर रहे हैं. पुलिस के घेरे में गोली मारना कैसे संभव है? गुंडे उत्तर प्रदेश में खुले आम घूम रहे हैं, सारे दावे गलत हैं, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल और अन्य समान मिला है. सूत्रों के अनुसार तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आये और घटना को अंजाम दिया. उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविन्द कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में अतीक अहमद और अशरफ अहमद हत्याकांड में जांच आयोग का गठन किया गया है.
अधिवक्ता विशाल तिवारी द्वारा दायर याचिका में 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में हुई 183 मुठभेड़ों की जांच का भी अनुरोध किया गया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए पुलिसकर्मियों द्वारा ले जाने के दौरान अहमद (60) और अशरफ जब पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे, तभी वहां पत्रकारों के भेष में आए तीन हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दी.
एफआईआर में कहा गया, "हत्या करने के उद्देशय के बारे में पूछे जाने पर तीनों अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग अतीक और अशरफ गैंग का सफाया करना चाहते थे. अतीक अहमद और अशरफ के पुलिस रिमांड की सूचना जब से हमें मिली थी तब से हम लोग मीडिया कर्मी बनकर भीड़ में रह रहे थे. आज मौका मिला तो हमने घटना को अंजाम दिया."
एफआईआर के अनुसार आरोपियों ने कहा, "तीनों आरोपियों का कहना है कि हम लोग अतीक-अशरफ गैंग का सफाया करना चाहते थे, जिससे प्रदेश में हमारा नाम होता. हम लोग पुलिस के घेरे के अनुमान नहीं लगा पाए और पुलिस की तेज कारवाई से पकड़े गए. हम कई दिनों से मारने की फिराक में थे. लेकिन सही समय या मौका नहीं मिला पा रहा था."
अतीक अहमद की हत्या के मामले की में जिस आयोग का गठन किया गया है, उसमें एक सदस्य बृजेश कुमार सोनी हैं. बृजेश कुमार सोनी हाल ही में निकाय चुनाव के आरक्षण को लेकर गठित किए गए पांच सदस्यीय आयोग में सदस्य थे.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस सुरक्षा में गोली मारकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद रविवार को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इसकी जांच के लिए शीर्ष न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति के गठन का अनुरोध किया गया.
यूपी पुलिस ने माफिया नेता अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के मारे जाने का घटनाक्रम जारी किया. विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार द्वारा जारी बयान के अनुसार अतीक और अशरफ को शाहगंज क्षेत्र स्थित मोतीलाल नेहरू क्षेत्रीय अस्पताल में शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे स्वास्थ्य परीक्षण के लिए ले जाया गया, जहां मीडियाकर्मी लगातार दोनों से बात करने का प्रयास कर रहे थे. इस दौरान तीन युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.
प्रयागराज में हुई अतीक और अशरफ की हत्या पर कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि ये घटना उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह है. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है, सुरक्षा घेरे में किसी की हत्या हो जाना बड़ा सवाल है. सरकार को तत्काल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और पुलिस कस्टडी में कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है.
प्रयागराज में शनिवार शाम तीन हमलावरों की ताबड़तोड़ गोलियों का शिकार हुए माफिया-राजनेता पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के शवों को रविवार रात यहां के कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद अतीक और अशरफ के शव शाम करीब साढ़े छह बजे कब्रिस्तान लाए गए. उन्होंने बताया कि रीति रिवाजों के बाद दोनों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. उन्होंने बताया कि इस दौरान मृतकों के चंद दूर के रिश्तेदार ही इस मौके पर मौजूद रहे. कोई भी करीबी रिश्तेदार यानी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके नाबालिग बेटे एहजान और अबान में से कोई भी मौजूद नहीं रहा.
प्रयागराज में मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस दौरान दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी, अतीक अहमद को 8 गोलियां लगी थीं.
प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को सुपुर्द ए खाक किया गया. परिवार की मौजूदगी में दोनों के शव दफन किए गए.
अतीक अशरफ को कब्रिस्तान लाने से पहले दोनों को नहलाया गया होगा. कब्रिस्तान में दोनों जनाजे के लिए नमाज एक साथ अदा की जाएगी, दोनों भाई को दो कब्रों में दफ्न किया जाएगा. दफ्न के बाद दुआ होगी और उसके बाद सभी लोग अपने अपने घरों को लौट जाएंगे.
प्रयागराज में कसारी मसारी कब्रिस्तान के बाहर भारी सुरक्षा तैनात है जहां अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ के शवों को दफनाया जाएगा. अतीक के दोनों नाबालिग बेटों को भी कब्रिस्तान लाया गया है.
गैंगस्टर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ के शव को कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा. कड़ी सुरक्षा के बीच उनके शवों को कब्रिस्तान लाया गया.
अतीक अहमद की हत्या में बजरंग दल का नाम लेकर अफवाह उड़ाई जा रही हैं जो, पूर्णतः भ्रामक हैं. हत्या करने वाले कौन हैं, इसकी जांच यूपी सरकार करा रही है. सत्य सामने आ ही जायेगा.
अतीक अहमद और अशरफ जिस कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा, वहां अतीक के छोटे बेटों के साथ उसकी बहनें भी पहुंच गई हैं.
अतीक अहमद के दोनों बेटे एहजम और अबान को कसारी-मसारी कब्रिस्तान लाया गया, जहां अतीक और अशरफ को थोड़ी देर में दफनाया जाएगा.
कब्रिस्ता लाए गए अतीक अहमद और अशरफ के शव. कुछ ही देर में परिजनों की मौजूदगी में शवों को दफनाया जाएगा.
अतीक, अशरफ हत्याकांड पर अखिलेश यादव के बयान पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान का बड़ा पलटवार. कहा- सपा सरकार में विधायक मारे गए, अखिलेश का 2017 से पहले का समय जनता भूली नहीं है. प्रयागराज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन बड़ा मैसेज गया. युवा एक वक्त में चुनना चाहते थे माफियागिरी. अब माफिया गर्दी से मतलब नहीं.
माफिया अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम होने के बाद उनका शव प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान पहुंचा है. अब थोड़ी देर में अतीक-अशरफ को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
अतीक-अशरफ हत्याकांड में अब तक कि जांच में यही पता चला है कि तीनो आरोपी कॉन्ट्रैक्ट किलर है. ये तीनों एक दूसरे को पहले से नहीं जानते थे, तीनों अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. इन तीनो को एक साथ लाकर, रेकी करवाने, होटल में रुकवाने, विदेशी हथियार देकर, मीडिया का फर्जी आईडी कार्ड-बूम और कैमरा देकर अतीक-अशरफ की हत्या के लिए भेजने वाले मास्टरमाइंड की पड़ताल करने में यूपी पुलिस जुटी हुई है.
माफिया अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम हो गया है. इन दोनों की बॉडी को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंपा गया है, इन दोनों को सुपुर्दे-ए-खाक कसारी मसारी कब्रिस्तान में किया जाएगा. पोस्टमार्टम के बाद मिली जानकारी सूत्रों के मुताबिक अतीक के बॉडी में 8 गोलियां मिली हैं.
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मारने वाले तीनों आरोपियो को 14 दिन की जेल में भेजा गया है. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया था.
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मारने वाले तीनों आरोपियो को 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेजा गया है. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया था.
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मारने वाले तीनों आरोपियो को 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेजा गया है. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया था.
अतीक अहमद और अशरफ का आपराधिक इतिहास बेहद क्रूर रहा है. अतीक अहमद के खिलाफ 79 से अब तक 101 मुकदमा दर्ज हुए जबकि अशरफ के खिलाफ 57 मुकदमे दर्ज थे. इस नाते इनसे पीड़ितों और दुश्मनों की संख्या काफी थी. इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि 2005 में राजू पाल की हत्या के बाद पुलिस जब राजू पाल की बॉडी को लेकर जा रही थी तो उसने 56 किलोमीटर तक उसका पीछा किया था और मेडिकल कॉलेज में डेड बॉडी पर गोलियां चलाई थीं.
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या करने वाले तीनों शूटर, सनी, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य की कोर्ट में पेशी हुई है. इन तीनों आरोपियों ने अतीक-अशरफ को पुलिस के सामने गोली मारी थी.
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की मौत के बाद अतीक के बेटे अली की तबीयत बिगड़ी है. अतीक का बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल में बंद है और जेल अस्पताल की मेडिकल टीम बैरक में उसका इलाज कर रही है.
माफिया अतीक अहमद का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है. यहां पर 5 डॉक्टरों के पैनल ने अतीक का पोस्टमार्टम किया है और वीडियोग्राफी के साथ अतीक का पोस्टमार्टम हुआ है. वहीं अशरफ का पोस्टमार्टम अभी भी जारी है.
अतीक के ससुर और बहनोई कब्रिस्तान पहुंच गए हैं और उन्हें अतीक-अशरफ के शव को सौंपा जायेगा. अतीक और अशरफ को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा और कब्र भी खोद दी गई है.
प्रयागराज पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अतीक अहमद और असरफ को कल शनिवार (15 अप्रैल) को प्रिजन वैन में असद की कब्र पर फूल चढ़ाने के लिए चुप चाप लाया गया था. पुलिस अतीक और अशरफ को करीब सुबह 11: 30 बजे के आस-पास चुप-चाप पुलिस सिर्फ 2 मिनट के लिए लेकर आई थी.
अतीक अहमद और अशरफ को पुलिस के सामने गोली मारने वाले तीनों आरोपियों की थोड़ी देर में कोर्ट में पेशी होगी. अतीक-अशरफ की हत्या करने के बाद तीनों आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश जंगल राज की गिरफ्त में फंस चुका है. यहां कानून और संविधान का शासन नहीं है. अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है, सड़कों पर खुलेआम हत्यायें हो रही है. अपराधी बेखौफ हैं, अपराधियों को सत्ताधारी पार्टी का संरक्षण मिला हुआ है. अखिलेश यादव ने कहा कि मीडिया के सामने सुनियोजित तरीके से पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच हत्या सरकार की नाकामी हैं.
हमीरपुर के थाना कुरारा का हिस्ट्रीशीटर और अतीक ब्रदर्स हत्या कांड का आरोपी सनी सिंह को थाना कुरारा पुलिस ने पांच दिन पहले लापता लिस्ट में शामिल किया था. सनी शूटर सिंह पर थाना कुरारा में 17 गंभीर मामले दर्ज हैं. थाना कुरारा में हिस्ट्रीशीटर की लिस्ट में शूटर सनी सिंह का नाम 13वें नंबर पर सुमार है.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी लवलेश तिवारी के परिजनों से पुलिस अधीक्षक ने पूछताछ की है. कल शनिवार (15 अप्रैल) रात अतीक और उसके भाई अशरफ के हमले में लवलेश शामिल था. आरोपी लवलेश का परिवार कोतवाली क्षेत्र के क्योटरा मोहल्ले में रहता है.
प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर सांसद असदुद्दीन ओवैसी भड़के हुए हैं. AIMIM नेता ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा- "अतीक दूसरे मुस्लिम पूर्व सांसद हैं जिनकी निर्मम हत्या कर दी गई. एहसान जाफरी को 2002 में गुजरात में एक भीड़ ने बेरहमी से मार डाला था और आज यह अतीक है. पुलिस हिरासत में गोली मार कर हत्या."
गृह विभाग द्वारा कमीशन ऑफ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत 15 अप्रैल को प्रयागराज में हुई अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के घटनाक्रम की विस्तृत जांच हेतु न्यायिक आयोग गठित किया गया. इसके लिए गृह विभाग द्वारा औपचारिक आदेश निर्गत किए गए हैं, तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग दो महीने के अंदर पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट शासन को सौंपेगा.
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की मौत पर बीजेपी हाईकमान का भी कड़ा रुख है. बीजेपी हाईकमान इस मसले की पल पल की जानकारी ले रहा है और हाईकमानव नेताओं की बयानबाजी को लेकर नाखुश है. वहीं मंत्री स्वतंत्र देव के ट्वीट और मंत्री सुरेश खन्ना की बाइट से भी बीजेपी हाइकमान नाखुश है. इसके साथ ही सभी नेताओं को इस मसले पर मीडिया से दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या जिगाना पिस्टल से की गई है. इस जिगाना पिस्टल का चित्रकूट जेल शूटआउट में इस्तेमाल हुआ था, आरोपी सनी के चित्रकूट जेल शूटआउट के लिंक की भी जांच हो रही है.
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज के पड़ोसी जिले चित्रकूट की पुलिस ने आमजनमानस से अपील की है. पुलिस ने अपील करते हुए कहा कि वॉट्सएप, फेसबुक और ट्विटर आदि पर किसी भी प्रकार की सोशल मीडिया पर अफवाह न फैलाएं. प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद व भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या के बाद पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है. चित्रकूट पुलिस किसी भी प्रकार चूक नही करना चाहती है, चित्रकूट पुलिस ने संवेदनशील इलाके में गश्त बढ़ा दी है और सोशल मीडिया पर सूचनार्थ पोस्टर जारी कर आमजनमानस से सौहार्द कायम रखने की अपील की है.
प्रयागराज माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों शूटर को कुछ देर में पुलिस कोर्ट में पेश करेगी. अतीक-अशरफ को मारने वाले तीनों शूटर रेलवे स्टेशन के नजदीक किसी लॉज में रुके हुए थे.
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले तीन हमलावरों ने अत्याधुनिक जिगाना पिस्तौल का इस्तेमाल किया था, जो भारत में प्रतिबंधित हैं. गौरतलब है कि जिगाना एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल है जो तुर्की की बन्दूक निर्माण कंपनी टीआईएसएएस द्वारा निर्मित है. उक्त पिस्तौल का उत्पादन 2001 में शुरू हुआ था और यह मूल डिजाइन वाली तुर्की की पहली पिस्तौलों में से एक है.
शूटर सनी सिंह और सुंदर भाटी का दोस्ताना जिला कारागार हमीरपुर से शुरू हुआ था. कुछ महीनों बाद जिला कारागार में सुंदर भाटी और शूटर सनी सिंह के बीच किसी बात को लेकर जमकर कहासुनी हुई थी. दोनों के बीच कहासुनी के बाद जेलर ने प्रशासनिक आधार पर शूटर सनी सिंह को कानपुर कारागार में ट्रांसफर किया था. कुछ हफ्तों बाद सुंदर भाटी को भी सोनभद्र कारागार में ट्रांसफर किया गया था. वहीं शूटर सनी सिंह हमीरपुर जिला कारागार में लगभग 520 दिन रहा था और उसके बाद कानपुर कारागार ट्रांसफर किया गया था.
क़ानून-व्यवस्था की बात करें तो उत्तर प्रदेश के मुकाबले बिहार में क़ानून-व्यवस्था अच्छी है. वहां कोई व्यक्ति अस्पताल जा रहा है और पास आकर गोली मारी जाती है. पत्रकार का रूप लेकर यह हुआ और पता नहीं कि आप लोग हथियार रखें हैं या नहीं... आप लोग भी कुछ कर सकते हैं वैसा... यह सारी बातें सामने आई हैं. इसे अकस्मात नहीं कहा जा सकता है इसे प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया है. यह जांच का विषय है: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी
अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या करने वाले सनी के तार लॉरेंस विश्नोई गैंग से भी जुड़े हैं. सूत्रों का दावा है कि सनी के संपर्क लॉरेंस विश्नोई गैंग से भी है.
आगरा ज़ोन के सभी 7 जिलों में सतर्कता और पुलिस बल की मुस्तैदी बढ़ाई गई है. पुलिस लगातार नागरिकों के साथ संपर्क में है. अफवाह फैलाने वालों पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी. अधिकारी लगातार तैनात हैं और पेट्रोलिंग की जा रही है: ADG राजीव कृष्ण, आगरा ज़ोन
अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम शुरू हो चुका है. बहनोई और चचेरे भाई को शव सौंपा जाएगा. सूत्रों के अनुसार घटना स्थल से पुलिस ने जिगाना पिस्टल बरामद की है. देश में जिगाना पिस्टल प्रतिबंधित है.
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, "समाज में किसी को डराने व धमकाने के लिए जो भी हमारी न्याय प्रणाली में राजनैतिक उद्देश्य से दखलअंदाज़ी करता है, अपराधी के साथ वो भी दंड का भागीदार है. किसी भी मुजरिम को सख़्त से सख़्त सज़ा मिले, इसके लिए अदालतें हैं. क़ानून व्यवस्था से खिलवाड़ करना केवल अराजकता को जन्म देता है."
पोस्टमार्टम कितनी देर चलेगा उसके बारे में स्पष्ट नहीं कहा जा सकता. मेरी यहां ड्यूटी लगी है इसलिए मैं यहां आया हूं. कितने लोग डॉक्टर आएंगे मुझे नहीं पता. एक उच्चस्तरीय टीम होती जिसके नीचे वह काम करती है. उच्च अधिकारियों के आदेश पर पोस्टमार्टम को शुरू किया जाएगा: अतीक और अशरफ अहमद के पोस्टमार्टम पर डॉक्टर दीपक तिवारी, प्रयागराज
पुलिस को जितनी मुस्तैदी के साथ काम करना था उन्होंने किया, अतीक और अशरफ को बचाने की कोशिश पुलिस ने जान पर खेल कर की. मीडिया के लोगों को भी बचाने का प्रयास हुआ. 3 हमलावरों को गिरफ़्तार किया गया. यह हमला अचानक हुआ था, पुलिस पर सवाल उठाना मुनासिब नहीं है. जो इस परिस्थिति में बेहतर हो सकता था पुलिस ने वह किया: उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी
अतीक अहमद की हत्या के बाद प्रयागराज में तीन दिन पहले ही तीनों शूटर पहुंच गए थे. हमलावर लगातार अपना बयान बदल रहे हैं. रेलवे स्टेशन के नजदीक किसी लॉज में रुके हुए थे. लॉज के मैनेजर से पूछताछ कर रही है.
इतने मामले बताए गए लेकिन किसी में भी अतीक अहमद दोषसिद्ध नहीं हुआ. फर्ज़ी मुकदमे रोज़ लोगों के ख़िलाफ़ लिखाए जाते हैं. अतीक अहमद 1989, 1991, 19993, 1995 से विधायक और 14वीं लोकसभा में फूलपुर से सांसद हुए. ऐसा तो था नहीं कि सभी गुंड़ा बदमाश चुनाव जीत जाते हैं. वह रिकॉर्ड 3 बार निर्दलीय चुनाव जीते: समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव
मीडिया ने गैंगस्टर बना दिया. कभी-कभी कुछ घटनाएं हो जाती हैं, बड़े-बड़े लोगों से हो जाती है. यहां ऐसे बड़े-बड़े पदों पर लोग बैठे हैं जो बम फेंककर 10-15 लोगों को मरवा दिया तब (उनको) कोई नहीं कहता गैंगस्टर है: समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव
एफआईआर के अनुसार आरोपियों ने कहा, "तीनों आरोपियों का कहना है कि हम लोग अतीक-अशरफ गैंग का सफाया करना चाहते थे, जिससे प्रदेश में हमारा नाम होता. हम लोग पुलिस के घेरे के अनुमान नहीं लगा पाए और पुलिस की तेज कारवाई से पकड़े गए. हम कई दिनों से मारने की फिराक में थे. लेकिन सही समय या मौका नहीं मिला पा रहा था."
असद जोकि 19 वर्ष का था अगर सुरक्षा के मद्देनज़र उससे आपको ख़तरा था तो आप पहले उसे पकड़ते, उसके पैर में गोली मारते और उस पर मुकदमा चलाते, आपको उसे मारने की क्या ज़रूरत थी?: राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल
कानपुर पुलिस की अपील- सभी से अपील है की किसी भी ग्रुप में अथवा किसी भी सामाजिक माध्यम में किसी भी प्रकार की कोई भ्रामक खबर संवेदनशील पोस्ट ना डालें और ना ही ऐसा करने वाले का साथ दें या उसे फारवार्ड करें, अन्यथा आप इसके लिए स्वयं ही ज़िम्मेदार होंगे. अफवाह फैलाने वाले और भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर की जाएगी सख्त कार्यवाही. सभी पोस्ट और माध्यमों पर हमारी पैनी नजर रखी जा रही है.
लवलेश तिवारी के छोटे भाई सर्वेश तिवारी ने कहा, "मुझे यूट्यूब से कल की घटना की जानकारी मिली. हमें बिल्कुल अंदेशा नहीं था कि ऐसा होगा. नेचर तो उनका ठीक ठाक था, लेकिन नशा ज्यादा करते थे. वो अपने बारे में कुछ नहीं बताते थे कि कहां जा रहे हैं, कहां से आ रहे हैं. रात के 12-1 बजे भी घर आते थे."
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, "जो भी ऐसा करता है, या ऐसे करने वालों को सरंक्षण देता है, उसे भी ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उस पर भी सख्ती से क़ानून लागू होना चाहिए. देश में न्याय व्यवस्था और कानून के राज का इकबाल बुलंद हो, यही हम सबकी कोशिश होनी चाहिए."
प्रियंका गांधी ने कहा, "हमारे देश का क़ानून संविधान में लिखा गया है, यह क़ानून सर्वोपरि है. अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, मगर देश के क़ानून के तहत होनी चाहिए. किसी भी सियासी मक़सद से क़ानून के राज और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करना या उसका उल्लंघन करना हमारे लोकतंत्र के लिए सही नहीं है."
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज हो गई है. सूत्रों का दावा है कि गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन ट्रेस हो गई है. यूपी एसटीएफ गुड्डू मुस्लिम के करीब पहुंची है.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था कैसी है, पहले प्रयागराज में जो कुछ हुआ है सभी ने देखा है. अल्वी ने कहा- अतीक ने बार बार कहां है कि वो यूपी जाएँगा तो उसका कत्ल हो जाएगा. लेकिन उसकी नहीं सुनी गई.
रामगोपाल यादव ने कहा कि अतीक 89, 91, 93 में निर्दलीय विधायक बने, फूलपुर से सपा से सांसद रहे.. तो क्या कोई गुंडा बदमाश इतने चुनाव जीत सकता है. मैं अतीक का बचाव नहीं कर रहा लेकिन भारत का संविधान किसी को पकड़ कर मारने की इजाजत नहीं देता.
राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव कि मीडिया ट्रायल की वजह से मारा गया है अतीक सिर्फ एक केस में ही अतीक को सजा हुई है लेकिन मीडिया ने अतीक को माफिया बना दिया. मुख्यमंत्री के कुछ निकट के बड़े अधिकारी माफियाओं के साथ मिले हुए है व्यापर कर रहें है, उन्हीं के हाथो यह सब होना थी. अगर जांच करने वाली एजेंसी सही होगी तो बड़े से बड़े लोग फंस जायेंगे.
रामगोपाल यादव ने कहा- यह घटना लोकतंत्र के खात्मे की तरफ जाने वाला घटना है राजशाही में ही ऐसा होता था राजा हीं सब कुछ होता था देश उसी तरफ जा रहा है.
रामगोपाल यादव ने कहा- अतीक और उनके भाई की हत्या पूरी तरह से सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से कहां था कि मिट्टी मे मिला देगे यह एक तरह से मुख्यमंत्री का आदेश फरमान था जो कुछ हुआ है यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है.
यह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं. हम लोग 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई. यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था. हम उससे अलग रहते हैं और बचपन में ही भाग गया था: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले शूटर सनी सिंह के भाई पिंटू सिंह
उत्तर प्रदेश में जो हो रहा है वह देश देख रहा है. क़ानून का राज नहीं रहेगा तो यह घटनाएं किसी के भी साथ हो सकती हैं. यूपी में जो हुआ वह आसान है लेकिन क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल है: अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
अतीक अहमद की हत्या के बाद प्रयागराज में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. इस दौरान जिले में भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. हालांकि रविवार की सुबह जिले के चकिया इलाके में अतीक अहमद के घर के पास पुलिस टीम पर हमला हुआ है.
हमें कोई जानकारी नहीं की वह वहां कैसे पहुंच गया और हमें इससे कोई मतलब नहीं है. यह प्रयागराज में कब से है हमें नहीं पता. यह आखिरी बार 7-8 दिन पहले आया था: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले शूटर लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी
लवलेश तिवारी के छोटे भाई सर्वेश तिवारी ने बताया- हमें बिल्कुल अंदेशा नहीं था कि ऐसा होगा. नेचर तो उनका ठीक ठाक था, लेकिन नशा ज्यादा करते थे. वो अपने बारे में कुछ नहीं बताते थे कि कहां जा रहे हैं, कहां से आ रहे हैं. रात के 12-1 बजे भी घर आते थे.
लवलेश तिवारी के छोटे भाई सर्वेश तिवारी के एबीपी गंगा से कहा कि, 'वो नशा बहुत करते थे, घर पर बहुत कम आते थे. करीब एक हफ्ते पहले आखिरी बार घर आए थे. मुझे यूट्यूब से कल की घटना की जानकारी मिली."
अतीक अहमद की हत्या में शामिल आरोपी लवलेश के पिता ने खुलासा करते हुए बताया कि चार भाइयों में लवलेश तीसरे नंबर का है. लवलेश का घर में किसी से मतलब नहीं रहा था. वो अक्सर ही रहता था. पहले से ही वो आपराधिक गतिविधियों में शामिल था. उसे नशे की भी लत है.
वहीं लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने कहा कि कब से रह रहा है हमें नहीं पता . हमें उससे कोई मतलब नहीं .सालों से हमसे कोई बातचीत नहीं होती है. कब घर आता है, कब जाता है मुझे नहीं पता. उसे सब लोगों ने त्याग दिया है. कोई काम नहीं करता है, नशेड़ी है. पहले मुकदमा भी चला है, जेल भी गया है. मुझे कुछ नहीं पता, मेरा उससे कोई मतलब नहीं है.
उधर, पूछताछ में हत्यारोपी लवलेश ने बताया की उसके परिवार रिश्तेदारों की कुछ ज़मीनों के मामले थे जिस पर अतीक अहमद और उनके गुर्गों ने क़ब्ज़ा कर लिया था. अरुण मौर्य और सनी उसके दोस्त हैं
उमेश पाल के घर के आसपास की सुरक्षा बढ़ाई गई, इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. अतीक अहमद, उमेश पाल हत्याकांड मामले में आरोपी था.
हम मांग करते है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इस्तीफा दें, सुप्रीम कोर्ट इसमें एक जांच दल मनाए और इस मामले का स्वता: संज्ञान ले वरना यह चलता रहेगा. संविधान के मुताबिक उन सब पुलिस वालों को उनकी सर्विस से निकालना चाहिए: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
हम देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहेंगे कि आप कुछ बोलेंगे या नहीं? प्रधानमंत्री भाषण में बोलते हैं कि 'मेरी सुपारी ली गई है' अब बताइए की जहां से आप सांसद हैं उस प्रदेश में क्या हो रहा है. भारत का हर नागरिक कल की घटना के बाद गैर-महफूज और कमज़ोर समझ रहा है: AIMIM प्रमुख
मैं शुरू से कह रहा था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार क़ानून के मुताबिक नहीं बल्कि बंदूक के दम पर चल रही है. हम लोग इसी बात को दोहरा रहे थे लेकिन सबको लगता था कि हम हवाई बातें कर रहे हैं. इससे लोगों में संविधान में विश्वास कम होगा. इस घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं है: अतीक और अशरफ अहमद की हत्या पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
इसमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए. इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है:AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
इसमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए. इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है:AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
इसमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए. इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है:AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं? इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो देश भक्त कहेंगे? क्या यह (भाजपा) फूल का हार पहनाएंगे? जो लोग एनकाउंटर का जश्न मना रहे थे, शर्म से ढूब मरो तुम लोग: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
ओवेसी ने कहा- 2017 से जब से बीजेपी की सरकार बनी यह सिलसिला चल रहा है. हम लगातार इस बात को दोहरा रहे थे. अफसोस इस बात का है कि आप लोगों को लग रहा था कि हम इसे अलग तौर पर रख रहे थे. हम आपके सामने आंकड़े रख रहे थे. देश में कानून, पब्लिक प्रॉसीक्यूटर को अपना काम करने नहीं दिया जा रहा है.
शाइस्ता परवीन के सामने आने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. चर्चा है कि शाइस्ता परवीन दोपहर तक सामने आ सकती हैं. शाइस्ता पर ₹50,000 का इनाम घोषित है. शाइस्ता पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने की कोशिश कर सकती है. शाइस्ता पुलिस के सामने सरेंडर भी कर सकती है .
तीनों हत्यारों की निशानदेही पर प्रयागराज के कई इलाकों में छापेमारी की जा रही है. जिले के धूमनगंज, करेली, अल्लापुर और सिविल लाईन समेत कई इलाकों में छापेमारी जारी है.
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी गुड्डू मुस्लिम अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. यूपी एसटीएफ की इनकों गिरफ्तार करने के लिए कई जगहों पर छापेमारी चल रही है. एसटीएफ गुड्डू मुस्लिम के नासिक में मौजूदगी की खबर पाकर पहुंची है.
बैकग्राउंड
Atiq Ahmed Shot Dead Live: अतीक अहमद और उसके भाई अरशद की गोली मारकर हत्या कर दी गई. प्रयागराज में मेडिकल के लिए जाते समय दोनों को गोली मारी गई. अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दोनों को रूटिग चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, इसी दौरान दोनों को गोली मार दी गई. अतीक अहमद और उसके भाई को तीन हमलावरों ने हमला किया. सभी हमलावर मीडियाकर्मी के वेश में वहां मौजूद थे. इसी दौरान हमलावरों ने अचानक गोली तानकर हमला कर दिया. गोली चलाने के बाद हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. फिलहाल तीनों हमलावर पुलिस की गिरफ्त में है.
अस्पताल ले जाने के दौरान चली गोली
अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दोनों को रूटिग चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, इसी दौरान दोनों को गोली मार दी गई. अतीक अहमद और उसके भाई को तीन हमलावरों ने हमला किया. सभी हमलावर मीडियाकर्मी के वेश में वहां मौजूद थे. इसी दौरान हमलावरों ने अचानक गोली तानकर हमला कर दिया. गोली चलाने के बाद हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. फिलहाल तीनों हमलावर पुलिस की गिरफ्त में है.
गोली गलने के बाद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई. दो दिन पहले अतीक अहमद के बेटे का झांसी में एनकांउटर किया गया था. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कोर्ट से कस्टडी मिलते ही अतीक अहमद और अशरफ को मारने का प्लान बनाया गया था. आरोपी मीडियाकर्मी के वेश में चैनल की तरह एक नया माइक लेकर वहां पहुंचा था और जैसे ही मीडिया बाइट लेने की कोशिश की, तभी फायरिंग की गई. इसे लेकर अब राजनीतिक भी शुरू हो गई है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि इस घटना से जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं. इस घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्च अधिकारियों को प्रयागराज जाने के निर्देश दिए.
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