Atiq Ahmad Shot Dead: उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में शनिवार रात माफिया और पूर्व सांसद रहे अतीक अहमद की हत्या कर दी गई. अतीक के साथ ही उसके भाई और पूर्व विधायक अशरफ अहमद को भी हत्यारों ने मौत के घाट उतार दिया. हत्यारों की पहचान लवलेश तिवारी, सन्नी और अरुण मौर्य के तौर पर हुई है. इस हत्याकांड के बाद पूरे राज्य में हाईअलर्ट है और संवेदनशील जिलो में पुलिस फ्लैग मार्च करेगी.


उधर, उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में पूछताछ के लिए गुजरात स्थित साबरमती जेल से प्रयागराज लाए गए अतीक ने बीते कुछ दिनों में कई राज खोले थे. दीगर है कि पुलिस ने अतीक और अशरफ की निशानदेही पर नौ एमएम की गोलियां बरामद की थीं, जो पाकिस्तान में बनी हुईं थीं. माना जा रहा था कि अतीक और अशरफ से पूछताछ में कई सफेदपोश लोगों के बारे में भी खुलासा होता जो अतीक की मदद से अपना कारोबार और राजनीति चमकाने में लगे हुए थे. 


इससे पहले भी अतीक के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की अगुवाई में कई छापेमारी हुई. इस दौरान जेवरात, नकदी और कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए थे. इतना ही नहीं इन छापों से अलग-अलग शहरों में मौजूद कई नामी चेहरों का भी लिंक सामने आ रहा था. हालांकि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद अब ये सारे राज, हमेशा के लिए राज रह जाएंगे. 


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पुलिस के सामने हैं ये सवाल
दूसरी ओर पुलिस के सामने फिलहाल यह यक्ष प्रश्न है कि अतीक और अशरफ की हत्या के पीछे क्या वजह रही. इसके अलावा पुलिस के लिए यह भी जानना जरूरी है कि वो कौन लोग थे जिन्होंने कई दिनों तक अतीक और अशरफ की रेकी की. पुलिस के सामने सवाल यह भी है कि क्या यह वारदात सिर्फ अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतारने के लिए अंजाम दी गई या फिर कुछ और राजों से पर्दा न हटे इसलिए इन्हें ही रास्ते से हटा दिया गया. इसके अलावा उमेश पाल हत्याकांड को लेकर चल रही जांच प्रभावित हो सकती है. 


अतीक और अशरफ की हत्या के बाद समझा जाता है कि अब इससे ईडी और अन्य जांच एजेंसियों की जांच, प्रभावित हो सकती है. इसके अलावा एक अहम सवाल यह भी है कि अतीक और अशरफ के साथ जो राज चले गए, क्या वह कभी खुल पाएंगे.