Atiq Ahmed Son Encounter: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके एक सहयोगी के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर उत्तर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष इसे लेकर अब आमने सामने आ गए हैं. घटना के कुछ देर बाद ही आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. एक तरफ जहां मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इसे झूठा मुठभेड़ बताया है तो वहीं पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government) में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने इसे लेकर अखिलेश पर निशाना साधा है.
क्या कहा था अखिलेश ने
स्वतंत्र देव सिंह का यह बयान अखिलेश यादव के उस ट्वीट के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि, 'झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है. भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं. आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए. सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है. भाजपा भाईचारे के खिलाफ है.'
स्वतंत्र देव सिंह ने क्या कहा
वहीं इसके जवाब में स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि, जब-जब किसी अपराधी, आतंकी,माफिया पर प्रहार होता है तब-तब एक व्यक्ति उनके समर्थन में जरूर खड़ा हो जाता है. बता दें कि अब सत्तापक्ष कानून व्यवस्था और अपराधियों पर योगी सरकार की सख्ती की तरह इसे पेश करेगा. अब जब मामले को राजनीतिक रंग दिया ही जाने लगा है तो ऐसे में पुलिस एनकाउंटर को लेकर भी सवाल उठता है. इसके पक्ष और विपक्ष में सभी के अपने अलग तर्क हो सकते हैं, लेकिन एक बात तो साफ है कि प्रदेश के राजनेता किसी भी मुद्दे पर राजनीति करने से नहीं चूकते. निकाय चुनाव से पहले सपा, बसपा, कांग्रेस को जहां अल्पसंख्यक वोटों की चिंता है तो वहीं बीजेपी भी अपना गुणा गणित लगाने में जुटी हुई है.