Atique-Ashraf Shootout Case: माफिया अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट केस की जांच कर रही एजेंसियां एक महीने बाद भी किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी हैं. ऐसे में न्यायिक आयोग आज फिर प्रयागराज (Prayagraj) आनेवाला है. बता दें कि 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस कस्टडी में हुई वारदात ने काूनन-व्यवस्था के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े किए थे. हत्याकांड की जांच करने का जिम्मा जस्टिस डीबी भोसले की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग को सौंपा गया था. जस्टिस डीबी भोसले चारों सदस्यों के साथ आज प्रयागराज पहुंचनेवाले हैं.
माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ शूटआउट केस
मालूम हो कि अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस की दो एसआईटी भी कर रही है. दो एसआईटी के अलावा न्यायिक आयोग का भी गठन किया गया है. न्यायिक आयोग का चेयरमैन जस्टिस डीबी भोसले को बनाया गया है. जस्टिस डीबी भोसले चार अन्य सदस्यों के साथ अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच कर रहे हैं. प्रयागराज आने के बाद न्यायिक आयोग घटनास्थल पर जांच पड़ताल करेगा.
न्यायिक आयोग मीडिया-पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज करेगा
मौके मौजूद रहे मीडिया कर्मियों-पुलिसकर्मियों का बयान भी दर्ज किया जाएगा. न्यायिक आयोग सीसीटीवी फुटेज के जरिए भी हत्या की वजह तलाशने की कोशिश करेगा. अतीक-अशरफ का एक्सरे और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के बयान को भी रिकॉर्ड पर लिया जाएगा. अतीक-अशरफ हत्याकांड को अंजाम देनेवाले तीनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं. 15 अप्रैल को सनसनीखेज घटना के बाद मौके से तीनों शूटर पकड़ लिए गए थे. शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या 25 मई तक ज्यूडिशियल कस्टडी रिमांड पर प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं. शूटआउट के पीछे मास्टरमाइंड का पता लगाना जांच एजेंसियों को टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.