Atiq Ahmed and Ashraf Murder: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या मामले में मौके से गिरफ्तार हुए तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या की आज कोर्ट में पेशी होगी. आज तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही है. सुरक्षा के मद्देनजर तीनों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जाएगा. कोर्ट एक बार फिर से तीनों की 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा सकती है. इससे पहले 14 जुलाई को उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ाई गई थी. 


माफिया ब्रदर्स की हत्या के आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य इन दिनों यूपी की प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं. इस मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम 13 जुलाई को ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. एसआईटी ने 56 पन्नों में आरोपपत्र दाखिल किया गया है. इसके अलावा तकरीबन 2000 पन्ने की केस डायरी है. चार्जशीट दाखिल होने के बाद सीजेएम कोर्ट ने मामला जिला की अदालत को रेफर कर दिया था. चार्जशीट दाखिल करने के बाद भी एसआईटी ने अभी अपनी जांच खत्म नहीं की है. इस मामले से जुड़े लोगों से अब भी पूछताछ की जा रही है. 


पुलिस कस्टडी में हुई अतीक-अशरफ की हत्या


आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में उस वक्त हत्या कर दी गई थी जब उन्हें कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया था. तीनों हमलावर मीडिया कर्मी बनकर आए थे, जैसे ही अतीक और अशरफ को अस्तपाल में लाया गया और मीडिया कर्मियों ने उससे सवाल करने शुरू किए तभी उन्होंने सिर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. हत्या के बाद तीनों आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. 


अब तक की हुई जांच में सामने आया है कि तीनों हमलावरों के पश्चिमी यूपी और दिल्ली के गोगी और सुंदर भाटी गिरोह जैसे आपराधिक गुटों से भी संबंध थे.  पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ की सनसनीखेज हत्याओं के पीछे का मकसद प्रसिद्धि और पैसा कमाना था. उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक की मीडिया कवरेज देखने के बाद हमलावरों ने उसे खत्म करने का प्लान बनाया ताकि अपराध की दुनिया में उनका नाम और बड़ा हो सके. 


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