Atiq Ashraf shootout: अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपियों की 14 जुलाई तक बढ़ी न्यायिक हिरासत
Atiq Ashraf Killing: अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के बाद अदालत ने तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी.
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Uttar Pradesh News: अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ (Ashraf) की गोली मारकर हत्या करनेवाले तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ गई है. लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी सिंह को प्रयागराज की अदालत (Prayagraj Court) में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कल पेश किया गया था. सुनवाई के बाद अदालत ने तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत 14 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी. माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई थी.
एक बार फिर अदालत ने बढ़ाई न्यायिक हिरासत
हमलावरों ने दोनों भाइयों पर गोलियों की बौछार कर दी थी. दोनों भाइयों को हेल्थ चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल लाया गया था. हमलावर मीडियाकर्मियों की भेष में आए थे. अतीक अहमद और अशरफ पर ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद तीनों हमलावरों ने मौके पर सरेंडर कर दिया था. कल तीनों शूटरों को सीजेएम की अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के बाद तीनों आरोपी एक बार फिर न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए.
अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड मामला
इससे पहले 20 जून को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ाई थी. कल लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सन्नी सिंह की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी. अतीक और अशरफ प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल शूटआउट केस में आरोपी थे. दोनों को कोर्ट के आदेश पर पुलिस कस्टडी में रखा गया था. हत्याकांड के बाद मौके से तीनों शूटर पकड़ लिए गए थे. लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के पास से जिगाना और गिरसान विदेशी पिस्टल भी बरामद हुई थी. शूटरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद जय श्रीराम के नारे लगाए थे. तीनों शूटरों ने अपराध की दुनिया में नाम कमाने के लिए माफिया ब्रदर्स को मारने का दावा किया था. पुलिस कस्टडी में हत्याकांड के बाद प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए थे.
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