असद का एनकाउंटर: पत्नी, बहन और भांजी... सब पर क्रिमिनल केस; अतीक अहमद के आपराधिक कुनबे में कौन-कौन?
अतीक अहमद के बेटा असद अहमद का यूपी पुलिस ने झांसी में एनकाउंटर कर दिया है. असद के साथ ही एक शूटर भी मारा गया है.
उत्तर प्रदेश के झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही असद फरार चल रहा था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से यूपी के बाहुबली माफिया अतीक अहमद और उसका परिवार सुर्खियों में है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने हालिया कार्रवाई में अतीक के भाई अशरफ की पत्नी को भी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया है. पुलिस का कहना है कि अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की भी मिलीभगत थी.
जैनब की वकील ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में बताया कि उनके मुवक्किल को पुलिस ने आईपीसी की धारा 107/116 में चालान कर दिया है. पुलिस निजी मुचलका पर तो उन्हें रिहा कर दिया है, लेकिन उनको फिर से गिरफ्तार करने की तैयारी में है. जैनब से पहले अतीक समेत उनके परिवार के 6 लोगों पर केस दर्ज हो चुका है.
अतीक की बहन आयशा नूरी और भांजी उनजिला नूरी पर भी पुलिस ने उमेश हत्याकांड के दोषियों को पनाह देने के मामले में केस दर्ज किया था. अतीक परिवार के करीब 9 लोग अब कानूनी शिकंजे में हैं. इनमें एक असद पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है. आइए अतीक अपराधिक कुनबा के बारे में विस्तार से जानते हैं.
1. अतीक अहमद- फुलपूर से सांसद रहे बाहुबली माफिया अतीक अहमद पर 102 केस दर्ज है. हाल ही में एक अदालत ने उसे उमेश पाल अपहरण केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
अतीक पर 3 बार गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है, लेकिन सरकार की वरदहस्ती की वजह से यह हट भी गया. अतीक को यूपी के कई जेलों में रखा गया, लेकिन वहां भी वो दरबार लगा ले रहा था.
इसके बाद उसे गुजरात के साबरमती जेल भेजा गया. अतीक अहमद पर सबसे पहले साल 1979 में केस दर्ज किया गया था. यूपी पुलिस के मुताबिक अतीक से जुड़े करीब 54 केसों की सुनवाई यूपी के अलग-अलग थानों में चल रही है.
अतीक पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप में केस दर्ज है. अतीक पर यूपी पुलिस के अलावा प्रवर्तन निदेशालय की भी जांच चल रही है.
2. खालिद अजिम उर्फ अशरफ- अतीक के बाद परिवार में सबसे ज्यादा केस उसके छोटे भाई खालिद अजिम उर्फ अशरफ पर ही है. अशरफ को भी हाल में उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने के मामले में पुलिस ने आरोपी बनाया है.
वर्तमान में अशरफ बरेली जेल में बंद है. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अशरफ पर 52 क्रिमिनल केस दर्ज है. यूपी विधानसभा के सदस्य रह चुके अशरफ राजू पाल हत्याकांड के आरोपी हैं. अशरफ पर पहला केस साल 1992 में दर्ज हुआ था.
प्रयागराज में पेशी के दौरान अशरफ का एक दावे ने सनसनी मचा दिया था. अशरफ ने कहा था कि मुझे यूपी सरकार के एक अधिकारी ने मारने की धमकी दी है और 2 हफ्ते में मुझे निपटा दिया जाएगा.
अशरफ पर हत्या, हत्या की साजिश रचने और रंगदारी मांगने के मामलों में सबसे ज्यादा केस दर्ज है. बरेली जेल में दरबार लगाने के आरोप में भी अशरफ पर शिकंजा कसा था.
3. मोहम्मद अली- अतीक अहमद के दूसरे नंबर के बेटे मोहम्मद अली पर 6 क्रिमिनल केस दर्ज है. अली पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम भी रखा था. हालांकि, जुलाई 2022 में उसने खुद सरेंडर कर दिया था, जिसके बाद से अली जेल में बंद है.
अली पर अपने रिश्तेदार जीशान से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने, मारपीट करने और गाली गलौज करने का आरोप लगा था, जिसके बाद उस पर कार्रवाई हुई है.
पुलिस के मुताबिक अतीक और अशरफ के जेल में होने की वजह से रंगदारी का काम अली ही करता था. अली लोगों को फोन पर पिता से बात कराता था और रंगदारी नहीं देने पर हत्या की धमकी देता था.
4. मोहम्मद उमर- अतीक का सबसे बड़े बेटे उमर पर भी 2 केस दर्ज है. इनमें एक कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण का मामला है. इस मामले की जांच सीबीआई की एक टीम कर रही है. मामले में आरोप भी तय हो गया है.
उमर अहमद पर धारा 147/149/329/364A/386/394/411/420/467/468/471/506/120B के तहत आरोप तय हुए हैं. इस केस में आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है. उमर अभी सीबीआई की गिरफ्त में है. 2 लाख रुपए की इनाम की घोषणा के बाद उसने अगस्त 2022 में सरेंडर किया था.
2017 में अतीक के जेल जाने के बाद उनका पूरा कारोबार उमर ही संभाल रहा था. उमर लखनऊ में बैठकर फिरौती मांगने का काम करता था.
5. शाइस्ता परवीन- अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को यूपी पुलिस ने हाल ही उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है. शाइस्ता पर कुल 4 क्रिमिनल केस दर्ज हैं. शाइस्ता पर आरोप है कि उसने उमेश पाल की हत्या से पहले शूटर्स से मुलाकात की थी.
शाइस्ता अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है और उस पर यूपी पुलिस ने इनाम रखा है. अतीक और शाइस्ता का निकाह साल 1996 में हुआ था. अतीक और शाइस्ता के 5 बच्चे हैं, जिसमें 2 अभी नाबालिग है.
पुलिस के मुताबिक अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता ही अपराध का कारोबार संभाल रही थी. यूपी पुलिस के पास शाइस्ता की कोई तस्वीर नहीं है, जिससे उसे पकड़ सके.
6. असद अहमद- असद अतीक के तीसरे नंबर का बेटा था, जिसे यूपी पुलिस ने झांसी के पास एक मुठभेड़ में मार दिया है. असद उमेश पाल हत्या का आरोपी था और पिछले एक महीने से फरार चल रहा था. पुलिस का कहना है कि हत्या के वक्त असद शूटरों के साथ ही था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने इनाम रखा है.
पुलिस का कहना है कि हत्या की साजिश जेल में रची गई, जिसे असद ने शूटरों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. असद ने लखनऊ के टॉप स्कूल से इसी साल 12वीं कक्षा पास की थी और आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहता था.
परिवार के आपराधिक पृष्ठभूमि होने की वजह से उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हो पाया और वो लखनऊ में ही रह गया. लखनऊ में ही वो गुड्डू बमबाज के संपर्क में आया और उमेश पाल की हत्या का तानाबाना बुना.
7. आयशा नूरी- अतीक और अशरफ की बहन आयशा नूरी मेरठ में अपने परिवार के साथ रहती हैं. आयशा पर भी हाल ही में केस दर्ज किया गया है. आयशा और उनकी बेटी उनाजिला पर शूटरों को पनाह देने का आरोप है.
यूपी पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद और गुड्डू मुस्लिम को आयशा ने पनाह दी थी. दोनों को आयशा ने आर्थिक मदद भी की. आयशा ने दोनों को सुरक्षित भगाने का भी काम किया.
पुलिस ने आयशा के पति अखलाक को भी गिरफ्तार कर चुकी है. अखलाख पर भी हत्या के आरोपियों की मदद का आरोप है. आयशा से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया. आयशा अब कोर्ट की शरण में पहुंची है.
8. जैनब फातिमा- अशरफ की पत्नी जैनब अतीक परिवार के 8वें नंबर की सदस्य हैं, जिसे उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है. जैनब पर साजिश रचने और तथ्य छुपाने का आरोप लगाया गया है.
जैनब ने मामले में हाईकोर्ट का रूख किया था, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई. हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद जैनब पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. पुलिस जैनब को पूछताछ के लिए बुला सकती है.
2 बच्चे बाल सुधार गृह में, परिवार बोला- पुलिस अवैध रूप से रखी है
अतीक अहमद के दो छोटे बेटे मोहम्मद अहजम और मोहम्मद आबान को उमेश पाल हत्या के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. इसके खिलाफ अतीक की पत्नी शाइस्ता ने सीजेएम अदालत में अर्जी दाखिल की थी.
शाइस्ता की अर्जी पर पुलिस ने कहा था कि दोनों बेटे को बाल सुधार गृह में रखा गया है. पुलिस ने इस मामले में हलफनामा भी दाखिल किया था. अतीक के परिवार का आरोप है कि दोनों नाबालिग बच्चे को पुलिस टॉर्चर कर रही है.
परिवार पर कार्रवाई के बाद अतीक बोला- मिट्टी में मिला दिया
उमेश पाल हत्या के बाद परिवार पर लगातार हो रहे एक्शन के बाद अतीक का बयान भी आया. अतीक ने कहा कि यूपी पुलिस की नियत ठीक नहीं है. मुझे मारना चाहता है. मेरे परिवार को मिट्टी में मिला दिया और अब रगड़ा जा रहा है.
अतीक ने कहा कि मैं यही चाहता हूं कि घर के औरतों और बच्चों को परेशान नहीं किया जाए. असद और शाइस्ता के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि मैं जेल में हूं.
अतीक और उसके भाई को उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए यूपी पुलिस ने नैनी जेल में लाया है. पुलिस ने 200 सवालों की एक लिस्ट तैयार की है. कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी.
2 हत्या, जिससे फर्श पर पहुंच गया अतीक का परिवार
साल 2005 में बसपा के विधायक राजू पाल की प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या हो गई थी. उस वक्त राज्य में मुलायम सिंह की सरकार थी. हत्या का आरोप लगा अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर.
2004 के चुनाव में इलाहाबाद पश्चिमी से अतीक के भाई को हराने वाले राजू पाल की हत्या 25 जनवरी 2005 में कर दी गई थी. पाल उस दिन एक अस्पताल से घर लौट रहे थे. इसी दौरान 25 शार्प शूटरों ने प्रयागराज (तब इलाहाबाद) के नेहरू पार्क में सुलेम सराय के पास अंधाधुन फायरिंग कर कार में ही हत्या कर दी.
2007 में मायावती की सरकार आने के बाद अतीक के परिवार पर शिकंजा कसना शुरू हुआ. उस वक्त राजू पाल के दोस्त उमेश पाल के गवाही पर केस की जांच ने रफ्तार पकड़ी. उमेश पाल राजू पाल हत्या के एकमात्र गवाह थे.
राजू पाल की तरह ही फरवरी 2023 में उमेश की हत्या कर दी गई. उमेश को पुलिस की सुरक्षा मिली थी, इसके बावजूद शार्प शूटरों ने गोली और बम से मारकर उसकी हत्या कर दी. उमेश हत्या के बाद योगी सरकार पर सवाल उठे, जिसके बाद सरकार ने एक्शन का आदेश दिया.
सरकार की सख्ती के बाद पुलिस ने अतीक के परिवार पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया.