Uttarakhand Atariya Mela: उत्तराखंड (Uttarakhand) के मेलों में अहम स्थान रखने वाला अटरिया मेला (Atariya Mela) अटरिया मंदिर जगतपुरा में पूजा-अर्चना और हवन के साथ शुरू हो गया है. रम्पुरा से गाजे-बाजे के साथ माता अटरिया देवी का डोला मंदिर पहुंचा, यहां विधिवत रूप से माता की स्थापना की गई. उधम सिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर (Rudrapur) में शनिवार से अटरिया मेला प्रारंभ हो गया है. पिछले 2 वर्षों से कोरोना काल के चलते अटरिया मेले का आयोजन नहीं हो पाया था. लेकिन, इस बार प्रशासन ने मेला लगाने की अनुमति दी है.


भक्तों में खुशी की लहर
अटरिया मेला शुरु होने के चलते मां के भक्तों में खुशी की लहर है. शनिवार को  रम्पुरा से गाजे-बाजे के साथ मां अटरिया का डोला प्रारंभ हुआ. जगह-जगह मां के डोले का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. मेले के डोले की शोभायात्रा के दौरान मुख्य रूप से राधा-कृष्ण की झांकी और शंकर-पार्वती का नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही.


दिखी कौमी एकता की मिसाल 
मेले में कौमी एकता की मिसाल भी देखने को मिली. माता की डोली ले जाने के दौरान मुस्लिम समाज से जुड़े जावेद अख्तर भी सेवा करते नजर आए. जावेद ने कहा कि धर्म के नाम पर सिर्फ राजनीति की जाती है. राजनेताओं की तरफ से धर्म के नाम पर लोगों को बांट दिया जाता है. उन्होंने कहा कि वो पिछले कई वर्षों से अटरिया मेले में आते हैं और माता के डोले को ले जाने वाली शोभायात्रा में भी शामिल होते हैं. उन्होंने सभी से भाईचारा बनाए रखने की अपील की है.


सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम 
अटरिया मेले को लेकर झूले, विभिन्न स्टॉल और दुकाने सज गई हैं. दुर्गा अष्टमी के दिन से अटरिया मेला विधिवत रूप से प्रारंभ हो गया है. इस मेले में उत्तराखंड के कई जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, बरेली सहित कई जगह के लोग माता के दर्शन करने आते हैं. माता के डोला लाने के दौरान मेयर रामपाल, विधायक शिव अरोरा भी मौजूद रहे. एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि मेले में सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त मात्रा में महिला और पुरुष जवानों को लगाया गया है जो अपनी ड्यूटी में तैनात रहेंगे. मेले में एक अस्थाई पुलिस चौकी भी बनाई गई है.


ये भी पढ़ें: 


UP News: राहुल गांधी के गठबंधन वाले बयान पर मायावती ने दिया जवाब, कहा- अपना बिखरा घर संभाल लें


Private School Fees In UP: यूपी के निजी स्कूलों की फीस में 9.5% की वृद्धि, जानें- क्या है फीस बढ़ाने के पीछे का गणित?