Azamgarh News: आजमगढ़ में एटीएस ने एक बड़ी छापेमारी की और नागरिक पंजीकरण प्रणाली (CRS) पोर्टल पर फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने वाले एक बड़े गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में शिवानन्द, अनीता यादव और आनंद यादव उर्फ नन्हे यादव का नाम शामिल है. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 मोबाइल, 2 सिम कार्ड और 1 लैपटॉप बरामद किया है.
एटीएस को कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि प्रदेश के पूर्वी जनपदों में एक सिंडिकेट (गिरोह) सक्रिय है, जो सरकारी तंत्र में सेंध लगाकर सीआरएस पोर्टल पर अधिकृत आईडी का दुरुपयोग कर बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बना रहा है. एटीएस ने इस सूचना को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की. जांच के दौरान पता चला कि आजमगढ़ में अनीता यादव जो CMO कार्यालय में संविदा कर्मी हैं, इस सिंडिकेट की प्रमुख हैं. अनीता यादव ने पोर्टल की जनपदीय एडमिन आईडी का दुरुपयोग करके ग्राम सचिवों की आईडी में अवैध रूप से फेरबदल कर फर्जी प्रमाणपत्र बनाए.
ऐसे बनाते थे फर्जी प्रमाण पत्र
अनीता यादव की मदद करने वाले आनंद यादव और शिवानन्द ने फर्जी प्रमाणपत्र बनाने के लिए विभिन्न आईडी प्रदान की. शिवानन्द के मोबाइल फोन में अनीता यादव और अन्य के साथ किए गए लेन-देन के सबूत मिले, जिसमें फर्जी प्रमाणपत्र बनाए जाने की जानकारी भी शामिल थी. इस सिंडिकेट के संबंध रायबरेली मे दर्ज एफआईआर के मुख्य आरोपी के साथ जुड़े हुए है और फर्जी प्रमाणपत्र बनाने के लिए 'Add Old' ऑप्शन का दुरुपयोग किया गया.
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि इस सिंडिकेट के खिलाफ एफआईआर संख्या 487/2024 के अंतर्गत विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. एसपी ने पुष्टि की कि इस मामले में आठ और लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. आगे की जांच और विधिक कार्रवाई जारी है. नए सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे प्रकरण को लेकर कहा, "हमारी प्राथमिकता है कि इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
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