गोरखपुर. यूपी के गोरखपुर जिले में टेरर फंडिंग के मामले में आतंकवादी निरोधक दस्ते (एटीएस) ने छापेमारी की है. करीब तीन साल पुराने इस मामले में एटीएस ने गोलघर इलाके में स्थित एक मोबाइल फोन की दुकान पर छापा मारा. पुलिस अधीक्षक (नगर) सोनम कुमार ने एटीएस द्वारा मारे गए छापे की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि एटीएस ने मोबाइल फोन की दुकान पर पहुंच कर वहां के कर्मचारियों को बाहर जाने को कहा और दुकान के अंदर उसके मालिक से पूछताछ की. बता दें कि एटीएस ने वर्ष 2018 में भी इस दुकान पर छापा मारा था.


2018 में तीन जगहों पर मारा था छापा
सोनम कुमार ने बताया कि एटीएस ने टेरर फंडिंग के मामले में यह छापा मारा है. हालांकि उन्होंने यह कहते हुए इस बारे में और ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया कि विस्तृत विवरण एटीएस से ही मिलेगा. एटीएस ने 25 मार्च 2018 को भी इस मोबाइल की दुकान तथा उससे जुड़े तीन स्थानों पर छापा मारा था और उस वक्त दुकान के मालिक रहे नईम अहमद के बेटों अरशद और नदीम को गिरफ्तार किया था. करीब चार महीने बाद दोनों को जमानत मिल गई थी.


गोरखपुर में अलर्ट पर खुफिया एजेंसी
दूसरी तरफ भारत-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर खुफिया एजेंसियां और पुलिस विभाग पूरी तरह से एलर्ट है. बॉर्डर पर संदिग्‍ध गति‍विधियों के साथ 300 से अधिक मदरसों के अस्तित्‍व और उनके क्रियाकलापों पर भी खुफिया ऐजेंसियों की नजर है. बार्डर के पास अचानक अस्तित्‍व में आए इन मदरसों और मस्जिदों की जरूरत और उनके आय के स्रोत का आधार पता नहीं होने से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. ऐसे में अब इनकी हर तरह से जांच की जा रही है.


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