प्रयागराज: पूर्व आईजी डीके पांडा से ठगी की कोशिश, पैसे नहीं देने पर टेरर फंडिंग में फंसाने की धमकी
UP News: पूर्व आईजी डीके पांडा से एकाउंट में ऑनलाइन आठ लाख रुपये ट्रांसफर नहीं किए जाने पर उनके साथ गाली गलौज की गई और टेरर फंडिंग में फंसाने की धमकी दी गई.
Prayagraj News: खुद को भगवान कृष्ण की दूसरी राधा बता महिला रूप धारण कर सरकारी नौकरी छोड़ने वाले यूपी पुलिस के पूर्व आईजी डीके पांडा से ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की कोशिश किए जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एकाउंट में ऑनलाइन आठ लाख रुपये ट्रांसफर नहीं किए जाने पर उनके साथ गाली गलौज की गई और उनके डॉक्यूमेंटस व पैसों को टेरर फंडिंग में लगाने की धमकी दी गई. यह धमकी विदेश से की गई व्हाट्सएप्प कॉल के जरिए दी गई. डीके पांडा ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है. प्रयागराज पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद इस मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है.
पूर्व आईजी डीके पांडा उर्फ देवेंद्र किशोर पांडा की एफआईआर के मुताबिक वह एक ऑनलाइन कंपनी में ट्रेडिंग करते थे. इस ट्रेडिंग में उन्होंने 381 करोड रुपये कमा लिए थे. ऑनलाइन ट्रेडिंग के दौरान ही उनकी कुछ लोगों से जान पहचान हो गई थी. मुनाफे के 381 करोड़ रुपयों को उनके बैंक एकाउंट में ट्रांसफर करने के एवज में उनसे आठ लाख रुपये की डिमांड की गई.
टैक्स के नाम पर ठग ने की 8 लाख की डिमांड
एफआईआर के मुताबिक 25 अक्टूबर को दोपहर 3:25 बजे डी के पांडा को व्हाट्सएप पर कॉल आई थी.व्हाट्सएप पर आरव शर्मा नाम के व्यक्ति ने निकोसिया साइप्रस से वॉयस कॉल किया, जिसमें उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग से हुए 381 करोड़ रुपये मुनाफे के बारे में एक बार फिर से जानकारी दी गई. प्रॉफिट की रकम अपने बैंक अकाउंट में लेने के लिए आठ लाख टैक्स के रूप में जमा करने को कहा गया. आठ लाख रुपये टैक्स के तौर पर मांगने पर उन्हें अपने साथ ठगी की कोशिश का एहसास हुआ. उन्होंने रुपये देने से इंकार कर दिया.
आरोप है कि रुपये देने से मना करने पर उनके साथ बदसलूकी और गाली गलौज की गई. धमकी दी गई कि उनके पासपोर्ट, आधार कार्ड और पैन कार्ड का प्रयोग कर उन्हें टेरर फंडिंग में फंसा दिया जाएगा, जिससे उन्हें भारी नुकसान पहुंचेगा. डीके पांडा ने आरव शर्मा से उसकी ऑफिशियल फोटो आईडी कार्ड आधार कार्ड बैंक डिटेल्स भी मांगी थी, लेकिन उस व्यक्ति ने अपनी कोई भी जानकारी उनके साथ शेयर नहीं की.
केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
इसके बाद निकोसिया साइप्रस से आरव शर्मा के असिस्टेंट की काल आई. उसने कहा कि वह आरव शर्मा की बात मान लें, नहीं तो टेरर फंडिंग के मामले में उन्हें बुरी तरह से फंसा दिया जाएगा. प्रयागराज की धूमनगंज थाना पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धारा 351 (4) और 318 (4)के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच में जुटी है.
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