फ़िरोजाबाद: मेडिकल कॉलेज का हिस्सा जिला अस्पताल के वार्ड नंबर चार में एक मरीज के तीमारदार उस समय आक्रोशित हो गए, जब अचानक से उनके द्वारा लाये गए 65 वर्षीय व्यक्ति रमेश चन्द्र की हालत बिगड़ती चली गई. सुहाग नगर के रहने वाले रमेश चन्द्र के परिजनों का आरोप रहा कि, आधा घंटे से उनके मरीज का इलाज नहीं किया गया, उनके मरीज ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने गुस्से में बीपी नापने की मशीन भी तोड़ दी, आरोप है कि, स्टाफ के साथ भी बदतमीजी की.


मरीज पहले से ही सीरीयस था: नर्स


वहीं, यहां की स्टाफ नर्स ने बताया जब उस मरीज को यहां लाया गया था तब उसकी हालत एकदम सीरियस थी, ऑक्सीजन लगी हुई थी. अचानक से उसकी हालत बिगड़ी और परिजन अग्रेसिव हो गए. इस तरह का व्यवहार सही नहीं है. हम इलाज तो कर ही रहे हैं, बाद में मौके पर थाना पुलिस भी पहुंच गई. परिजन शव को अपने घर ले गए.


परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप


वहीं, दूसरी तरफ रमेश के परिजनों ने बताया कि, यहां उन्हें इलाज के लिए लेकर आए थे, पहले बताया कि बेड नहीं है. तमाम मिन्नतें की, तब भर्ती किया और इनकी लापरवाही से मौत हो गई.


वहीं, मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद की नर्स ने बताया कि पेशेंट की हालत बहुत सीरियस थी, उसे ऑक्सीजन भी लगाएगी, सारी सुविधाएं दीं. हमने बहुत कोशिश की अचानक लेकिन उसकी तबियत बिगड़ गई और उनकी डेथ हो गयी. नर्स का कहना था कि, उनके परिजनों ने हंगामा किया.