Atul Subhash News: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रहने वाले अतुल सुभाष के आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के परिजन की ओर से पहला बयान आया है. जौनपुर में निकिता के ताऊ सुशील सिंघानिया ने कहा कि निकिता अभी बाहर है जब आएगी  तो सभी बातों का जवाब दे देगी. हमें मीडिया से इस खबर का पता चला है. हमारा नाम है पर हमारा इस केस से कोई लेना देना नहीं है.


उन्होंने सुभाष के आरोप को निराधार बताया. 70 वर्षीय सुशील ने कहा कि मीडिया के जरिए मुझे पता चला कि एफआईआर में मेरा नाम है. तीन साल से मुकदमा चल रहा है लेकिन हमारी कोई भेंट बातचीत नहीं हुई. हमारा परिवार दोषी नहीं है. मैं तो दूसरे मकान में रहता हूं. रिश्ते में उसका ताऊ हूं लेकिन केस में क्या हो रहा है, क्या नहीं. इसकी मुझे जानकारी नहीं है.


बता दें बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में निकिता समेत 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है. बता दें सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो में सुभाष यह कहते हुए नजर आ रहे हैं, ‘‘मुझे लगता है कि आत्महत्या कर लेनी चाहिए क्योंकि मैं जो रुपये कमा रहा हूं उससे मेरे दुश्मन और मजबूत हो रहे हैं. उन्हीं रुपयों का इस्तेमाल मुझे बर्बाद करने के लिए किया जा रहा है और यह चक्र यू हीं चलता रहेगा. मेरे द्वारा चुकाए गए करों से प्राप्त धन से यह न्यायालय और पुलिस व्यवस्था मुझे, मेरे परिवार को और अन्य सज्जन लोगों को परेशान करेगी.’’सुभाष ने मांग की कि उनकी मौत के बाद पत्नी और उसके परिवार को उनके शव के पास जाने की अनुमति न दी जाए. 


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इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि  न्यायिक व्यवस्था में बिलकुल बदलाव की ज़रूरत है, मोदी सरकार इस दिशा में काम भी कर रही है. इसी के तहत तीन नये कानून लेट गये हैं. उनके लागू होने पर तेज़ी से न्यायिक व्यवस्था में सुधार आएगा. लेकिन ये सही है कि लोवर कोर्ट न्यायिक प्रक्रिया में रिव्यू की ज़रूरत है.