नैनीताल, एबीपी गंगा। उत्तराखंड के स्कीइंग डेस्टिनेशन औली में 200 करोड़ की शादी के मामले पर हाई कोर्ट ने नाराजगी जताई है। इस मामले में सुनवाई के दौरान सख्त रुख अपनाते हुए हाईकोर्ट ने दोपहर दो बजे से पहले सफाई के लिए पांच करोड़ रुपये जमा करने को कहा है। इवेंट ऑर्गेनाइजर के अधिवक्ता ने न्यायालय को बताया कि उन्हें नगर पालिका ने अनुमति दी है। इसके लिए उन्होंने 30 लाख की धनराशि सरकार के खाते में जमा की है। वहीं हाईकोर्ट ने हेलीकॉप्टर की लैंडिंग की इजाजत नहीं दी है। कोर्ट ने पर्यावरण के नुकसान का हवाला देते हुये अपना फैसला सुनाया। इस मामले की सुनवाई मंगलवार को भी जारी रहेगी।


गुप्ता परिवार ने अपने सभी मेहमानों के लिये हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की थी। तमाम विवादों के बीच गुप्ता परिवार औली पहुंच गया। गौरतलब है कि कल से शादी के कार्यक्रम की शुरुआत होनी है।


हाईकोर्ट ने पूछा सवाल




  • औली में शादी की अनुमति किसने दी?

  • क्या वहां हेलीपैड बनाया गया है, कितने पेड़ काटे गए हैं ?

  • क्या पर्यावरण नुकसान के एवज में पांच करोड़ जमा कराए हैं या नहीं?


...तो शादी पर विचार करना होगा: हाईकोर्ट


बता दें कि दुबई निवासी अजय गुप्ता और अतुल गुप्ता के बच्चों की शादी मंगलवार 18 जून से बर्फीले औली क्षेत्र में शुरू हो रही है। शादी में आने वाले मेहमानों के लिए हैलीपेड की भी व्यवस्था की गई है। न्यायालय ने सरकार और बचाव पक्ष से कहा है कि अगर सफाई के लिए रुपये जमा नहीं हुए, तो शादी पर विचार करना पड़ेगा। वर पक्ष वाले वर्तमान में साउथ अफ्रीका और लड़की पक्ष वाले दुबई में रहते हैं।


18-22 जून तक शादी समारोह


गौरतलब है कि गुप्ता परिवार की ये हाई प्रोफाइल शादी इन दिनों सुर्खियों में हैं। प्रवासी गुप्ता बंधुओं के बेटों की औली में शादी को लेकर काशीपुर निवासी और हाईकोर्ट के अधिवक्ता रक्षित जोशी ने एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसपर आज सुनवाई हुई। दरअसल, औली में 18-22 जून तक गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी शादी है, इसके लिए औली में टेंट कॉलोनी के साथ शादी समारोह स्थल की सजावट का काम जोरों-शोरों पर जारी है। उद्योगपति अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत की शादी 20 जून और अतुल गुप्ता के बेटे शशांक की शादी 22 जून को है। इस शाही शादी पर विवाद तक खड़ा हो गया, जब ये बात सामने आई कि शादी समारोह में मेहमानों को लाने के लिए करीब 200 हेलिकाप्टरों की व्यवस्था की गई है। जिसके चलते जोशीमठ और औली के पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।



शादी के बाद यहां जाने का प्लान


बहरहाल, गुप्ता परिवार अपने बेटों की शादी को लेकर काफी उत्साहित है। बताया जा रहा है कि विवाह संपन्न होने के बाद दोनों नवदंपत्ति भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद लेने त्रियुगीनारायण जाएंगे। गुप्ता परिवार के करीबियों के मुताबिक, गुप्ता बंधुओं की माता अंगूरी देवी की मंशा थी कि त्रियुगीनारायण में फेरे लिए जाएं। मान्यता है कि देवभूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में त्रियुगीनारायण मंदिर शिव पार्वती के पवित्र विवाह का साक्षी है। उनके विवाह की अखंड ज्योति आज भी यहां जल रही है। इस ज्योति के दर्शन करने के लिए यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है। शिवरात्रि के मौके पर आने वाले दंपत्तियों का जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहता है। मान्यता है कि इस ज्योति की भस्म में सौभाग्य और सफलता मिलती है, इसलिए लोग इसे अपने साथ भी ले जाते हैं। खास बात यह है कि यह ज्योति कभी बुझती नहीं है।