Auli Skiing Champianship 2023: औली में स्कीइंग चैंपियन पर पड़ा जोशीमठ आपदा का असर, इंटरनेशनल फीस रेस रद्द, नेशनल गेम्स की तारीख बदली
Auli Internationl Skiing Champianship: औली में ये तीसरी बार है जब इंटरनेशनल स्तर की फीस रेस रद्द की गई है जबकि राष्ट्रीय स्तर के शीतकालीन खेल 23 से 26 फरवरी को होंगे.
Auli Internationl Skiing Champianship 2023: जोशीमठ (Joshimath) में आईं आपदा का असर इस साल औली (Auli) में आयोजित होने वाली स्कीइंग चैंपियनशिप (skiing Champianship) पर भी पड़ा है, इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर की फीस रेस फेडरेशन ऑफ इंटर नेशनल स्कीइंग रद्द हो चुकी है. औली में ऐसा तीसरी बार है जब इंटर नेशनल स्तर की फीस रेस रद्द हो चुकी है. पिछली दो बार बर्फबारी न होने की वजह से तारीखों में बदलाव किया गया था. लेकिन इस बार जोशीमठ में आईं आपदा की वजह से इसे सीधे रद्द कर दिया गया.
औली में अब नेशनल स्कीइंग चैंपियनशिप 23 से 26 फरवरी में होगी. इसको लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके लिए बजट भी मिल चुका है. इस मामले पर मुख्य कार्याधिकारी साहसिक पर्यटन कर्नल अश्वनी पुंडीर ने बताया की आपदा के दौरान वे जोशीमठ गए थे, आपदा का असर इसके आयोजन पर भी पड़ा है. उन्होंने कहा आपदा के दौरान सभी होटल राहत शिविर में लेने और रोप वे बंद होने से गेम्स का आयोजन संभव नहीं था. उन्होंने कहा कि सड़क पर बर्फ हटाने के लिए बीआरओ से बात की गई है उन्होंने स्नो कटर से बर्फ हटाने का भरोसा दिया है.
23 से 26 फरवरी को होगा आयोजन
कर्नल पुंडीर ने कहा कि औली में आईटीबीपी सहित टेक्निकल टीम से भी 3 बैठक कर चुके हैं. औली में 300 लोगों की व्यवस्था की बात कही है. एक बार में एथलीट सभी औली पहुंचाने के बाद गेम्स के समापन के बाद ही वापस आएंगे. उन्होंने कहा के सेफ औली और पर्यटन के लिहाज से इसका बेहतरीन आयोजन जरूरी है, क्योंकि पर्यटन उतराखंड की आर्थिक रीढ़ है. वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के मीडिया प्रभारी निसिथ सकलानी ने कहा कि औली में गेम्स का आयोजन अब 23 से 26 फरवरी को होगा. पर्यटन के लिहाज से सेफ औली का संदेश जरूरी है.
स्की एंड स्नो बोर्ड एसोसिएशन के सचिव प्रवीण शर्मा ने बताया की औली में उतरखंड की टीम का चयन हो गया है. ये टीम 7 फरवरी को गुलमर्ग रवाना होगी और 8 से 10 फरवरी में होने वाले खेलो इंडिया खेलो में हिस्सा लेगी. इसके बाद औली में चैंपियनशिप में भी हिस्सा लेगी.
दरअसल औली में 2012 में पहली बार फीस रेस का आयोजन करने का मौका मिला, लेकिन समय पर बर्फ न पड़ने की वजह से तारीखों को आगे बढ़ा दिया गया, लेकि फिर बर्फ पड़ी ही नहीं जिसके बाद इसे रद्द कर दिया गया था. इसके बाद 2017 में फीस रेस की मेज़बानी करने का मौका मिला, लेकिन इस बार भी बर्फ न पड़ने की वजह से पहले तारीखों को बढ़ाया गया और फिर इसे रद्द करना पड़ा. इस बार भी फरवरी के पहले हफ्ते में फीस रेस होने वाली थी लेकिन अब इसे एक बार फिर से आगे बढ़ा दिया गया है.
सुरक्षा कारणों से रोपवे भी है बंद
इन दिनों एशिया की सबसे लंबी रोपवे सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है, क्योंकि टावर नंबर 1,2,3 के आसपास जमीन पर दरार आ गईं थीं. रोपवे से खिलाड़ी और ऑफशियल स्टाफ समेत गेम्स से जुड़े लोगों को लाया और ले जाया जाता. इसके साथ ही जोशीमठ में जेम्स के दौरान जिन होटलों और लॉज का इस्तेमाल गेम्स में होता था वो भी राहत शिविर बने हैं या किसी में दरार आ गई है.
कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीन पर उठा सवाल
औली में बर्फ न पड़ने और कम बर्फ पड़ने की स्थिति में 2011 में कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीन लाई गईं थी, जिसकी मरम्मत के नाम पर विदेशी एक्सपर्ट लाकर करोड़ों रुपये खर्च किए गए लेकिन अभी तक ये मशीन औली के फेडरेशन ऑफ इन्टर नेशनल स्कीइंग मानकों पर 1350 मीटर इंटर नेशनल स्लोप पर बर्फ नही बना पाई है.
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