Auraiya News: पहले गांव-गांव जाकर लेते थे फिंगर प्रिंट, फिर बैंक खाते से उड़ा लेते थे लाखों रुपये, तीन गिरफ्तार
UP News: औरैया जनपद में एक युवक के खाते से 6 लाख रुपये निकाल लिये गये. युवक को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में जमीन जाने के बाद मुआवजा मिला था.
Auraiya Police News: औरैया जनपद की एसओजी टीम ने एक ऐसा खुलासा किया जिसे सुनकर आप भी हैरान होने के साथ-साथ होशियार भी हो जाएंगे. दरअसल बुंदेलखंड (Bundelkhand) एक्सप्रेस वे में जमीन जाने वाले युवक को मुआवजा तो मिला लेकिन उसके खाते से रकम गायब मिली. जब जांच शुरू हुई तो मामले का खुलासा हुआ कि सेंट्रल बैंक में काम करने वाले कर्मचारी और बैंक में काम कर रहे अन्य लोगों की मदद से एक युवक के खाते से करीब 6 लाख रुपया साफ कर दिया गया. रुपया निकालने के लिए ये लोग खाता खोलने के नाम पर बैंक करसपोंडेंट गांव-गांव जाकर स्कैनर की मदद से उनके फिंगर स्कैन कर लेते हैं.
जिसके बाद उस खाता धारक की पहले किसी अन्य बैंक की डिटेल निकालने के बाद खाते में रुपए होने और उस खाते का एटीएम ना होने पर यह लोग बैंक कर्मचारियों की मदद से एटीएम बना कर धीरे-धीरे रुपए साफ कर लेते हैं. पुलिस ने बैंककर्मी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया.
सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की हुआ पहचान
औरैया जनपद के अछल्दा थाना क्षेत्र के विक्रमपुर गांव के रहने वाले सुरेश चंद्र ने पुलिस को एक एप्लिकेशन दी. उसमें लिखा था कि उनके खाते में करीब 6 लाख रुपए थे लेकिन जब खाता देखा तो उसमे महज 1400 रुपये शेष पड़े हुए थे. जबकि उसने कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं किया. पुलिस ने मामले को गंभीरता से देखते हुए मामले को दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. जिसके बाद एसपी ने एसओजी सहित टीम गठित की और एसओजी ने खाता धारक से पूछताछ कर बैंक से हुए ट्रांजेक्शन को लेकर साक्ष्य इकट्ठा किये.
जब भी एटीएम के माध्यम से रुपए निकाले गए उस के सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट किए गए. तब एसओजी की जांच में बहुत कुछ सामने निकल कर आया. एसओजी प्रभारी प्रभात सिंह ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से पीड़ित को सीसीटीवी में दिख रहे युवकों की पहचान कराई. पहचान में बैंक का एक कर्मचारी अवधेश निकला जिसके बाद पुलिस ने सिंटू को गिरफ्तार किया और शक्ति से पूछताछ की तो पूरी सच्चाई का खुलासा सामने आया.
आरोपी ने किये ये चौकाने वाले खुलासे
एसपी चारु निगम ने खुलासे में बताया कि पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किये गये घटना के मास्टर माइंड कल्लू उर्फ अवधेश कुमार से पूछताछ किया गया. उसने बताया कि वह अपने ही गांव दिलीपपुर में सेन्ट्रल बैंक की उप शाखा चलाता है और गांव-गांव जाकर स्कैनर लेकर लोगों के खाते खोलता है. वहीं उसके पास सुरेश चन्द्र का खाता पहले से ही था. खाते में अधिक पैसा होने पर उसके द्वारा खाता सेन्ट्रल बैंक अछल्दा में स्थानान्तरित कराया गया. उसने कहा कि खाते में अधिक रुपयों को देखकर उसके मन में लालच आ गया जिसके लिए उसने अपने साथी सिन्टू के साथ खाते से रुपयों को निकालने की योजना बनाई.
उसने एक फर्जी सिम कार्ड और अपने साथी सिन्टू द्वारा एक पुराने मोबाइल की व्यवस्था की. आरोपी ने बताया कि फिर उन लोगों ने बैंक के कर्मचारी को पैसों का लालच देकर सुरेश चन्द्र के फर्जी हस्ताक्षर करके उनके खाते में वही फर्जी सिम नम्बर पंजीकृत कराकर एटीएम कार्ड का आवेदन किया. आरोपी ने एटीएम बैंक से प्राप्त किया, उस एटीएम को उसने अपने साथी सिन्टू उर्फ भूगर्भ सिंह को देकर सारे रुपये कुछ दिनो के अंदर में जनपद के अलग-अलग एटीएम से निकाले. आरोपी ने बताया कि इन पैसों का वे आपस में बटवारा कर लिये. आरोपी ने कहा कि जो रुपये हमारे पास मिले हैं वो वही बचे हैं.
बाकी रुपये उन लोगों ने अपने निजी कार्यो में खर्च कर लिये हैं. दोनों आरोपियों के पास से सवा लाख रुपए और एक बैंक का स्कैनर साथ ही प्रिंटर मिला. इस मामले में शामिल और भी बैंक कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी जिसने इन लोगों का इस काम मे साथ दिया.