Auraiya News: ग्रामसभा की जमीन पर बने जनता महाविद्यालय पर चला बुलडोजर, प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
Auraiya News: औरैया जनपद के सेहुद ग्राम पंचायत की 10 एकड़ की ग्राम सभा की जमीन पर गलत तरीके से बने स्कूल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. 52 साल बाद जमीन के इस फर्जीवाड़े की तस्वीर सामने आई है.
Auraiya Illegal College Demolished: एक बार फिर बुलडोजर कि कार्रवाई अपराधियों कि अवैध संपत्तियों पर देखने को मिल रही है, जहां अवैध तरीके से कमाया गया धन और उस धन से बनाई गई संपत्ति पर शासन के निर्देश पर प्रशासन कि कार्रवाई लगातर कि जा रही है. औरैया जिले में भी एक जनता महाविद्यालय पर प्रशासन का बुलडोजर चला है. यह विद्यालय सरकारी जमीन पर बनया गया था साथ ही प्रबंधक और राजस्व कि टीम पर मुकदमा दर्ज भी कराया गया है.
औरैया जनपद के सेहुद ग्राम पंचायत की 10 एकड़ कि ग्राम सभा की जमीन पर साल 1971-72 की फर्जी अवैध तरीके से 52 साल से काबिज लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई प्रशासन कि शुरू हुई है. जनपद के उच्चाधिकारियों के आदेश पर जमीन पर बनाये गए जनता महाविद्यालय और जनता माध्यमिक विद्यालय की वर्तमान प्रबंधक मिथलेश कुमारी समेत फर्जी तरीके से शामिल रहे तत्कालीन राजस्व कर्मियों के खिलाफ क्षेत्रीय लेखपाल ने दिबियापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें धोखाधड़ी, लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम समेत कई संगीन धाराओं को शामिल किया गया है.
52 साल बाद इस फर्जीवाड़े की तस्वीर की तस्वीर आई सामने
बिधूना के देवरांव गांव निवासी चंद्रमणि बाजपेई ने साल 1971-72 के फर्जी आवंटन को दिखा कर सेहुद ग्राम पंचायत के मजरा देवराय का पुर्वा में औरैया दिबियापुर रोड किनारे 10 एकड़ जमीन हथिया कर ग्राम सभा की सरकारी जमीन पर काबिज हो गए थे. इतना ही नही काबिज होने के बिल्डिंग बनाने के साथ ही दो कॉलेज शुरू कर दिये और कॉलेज के प्रबंधक भी बन गये. 52 साल बाद जमीन के इस फर्जीवाड़े की तस्वीर सामने आई तो प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए कॉलेज पर बुलडोजर चला दिया.
परिवारिक कलह के बाद शिकायत में जमीन का आया मुद्दा
इस पुरे मामले कि जानकारी प्रशासन को तब लगी जब इस जमीनी पर पारिवारिक कलह के बीच शिकायत हुई. जमीन का मुद्दा सामने आया, जिसके बाद अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि जमीन फर्जी तरीके से कैसे राजस्व के कर्मचारियों के साथ मिलकर जमीनी हथियाई गई है. बिधूना कस्बा निवासी होने के बाद भी सदर तहसील के सेहुद ग्राम पंचायत में जमीन का आवंटन गलत पाया गया. ऐसे में जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर सदर एसडीएम कोर्ट में वाद दर्ज किया गया. सुनवाई के बाद इस 10 एकड़ जमीन को दोबारा से ग्राम सभा में दर्ज करने का आदेश हुआ.
प्रबंधक और राजस्व के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज
इस मामले में जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जनता महाविद्यालय की वर्तमान प्रबंधक मिथलेश कुमारी समेत फर्जी प्रविष्टि मामले में शामिल रहने वाले तत्कालीन राजस्व कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. शिक्षण संस्थान के तत्कालीन प्रबंधक चंद्रमणि बाजपेई के देहांत के बाद उनके भतीजे विनोद बाजपेई की पत्नी मिथलेश कुमारी को प्रबंधक बनाया गया था. ग्राम समाज कि जमीन होने के बाद भी उस जमीनी पर विद्यालय बना दिए गए कोर्ट में मामला जाने के बाद यह कार्यवाही कि गई. साथ ही प्रबंधक और राजस्व के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया.
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