UP News: पूरे देश में अग्निपथ (Agnipath Scheme) में अग्निवीरो की भर्ती को लेकर हो रहे बबाल पर औरैया (Auraiya) जिले के प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया. जिसमें जिले के एसपी और जिलाधकारी (Auraiya DM) ने भूतपूर्व सैनिकों की मदद ली है. जहां अब भूत पूर्व सैनिकों का संगठन युवाओं को इस अग्निपथ योजना के बारे में पूरी जानकारी देगा. जिसकी वजह से उन्हें मिसगाइड किया जा रहा है. पूर्व सैनिक 17 साल से 23 साल के युवाओं को जागरूक भी करेंगे और चार साल की इस नौकरी और आगे की सफलता के बारे में भी बताएंगे. 


क्या हुई चर्चा?
औरैया जिले में सदर तहसील में जिले के सभी उच्च अधिकारियों ने भूत पूर्व सैनिकों के साथ अग्निपथ को लेकर युवाओं में चल रहे बवाल को रोकने और उन्हें समझाने के लिए एक बैठक की. इस बैठक में जिले के एसपी और जिलाधिकारी भी मौजूद रहे. सभागार में हुई बैठक में सभी सैनिकों ने छात्रों और युवाओं को पॉजिटिव संदेश और अग्निपथ के लाभों को बताने की बात कही. उन्हें इस नौकरी के बारे में पूरी जानकारी देने और भविष्य सुधारने को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा हुई.


योजना में हुआ ये बदलाव
पिछले तीन चार दिनों से अग्निपथ को लेकर युवाओं को मिस गाइड कर सड़को रेलवे पुलिस चौकियों हाईवे पर बबाल देखने को मिल रहा है. इन 17 से 21 साल के युवाओं को भड़काने का काम किया जा रहा है. कई जिलों में बबाल जैसी नौबत न आए जिसकी वजह से पुलिस ने रेलवे स्टेशन से लेकर बस अड्डों पर भी सुरक्षा को बढ़ाई गई है. कई युवाओं और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया. लेकिन इस बबाल के बढ़ने से केंद्र सरकार ने अग्निपथ में अग्निवीरो की भर्ती में संसोषधन किए. जिसमे 17 से 21 साल तक कि भर्ती को बढ़ा कर 23 साल तक किया, साथ कि कई सुविधाओं को बढ़ाया.


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कितनी होगी भर्ती
'अग्निपथ भर्ती योजना' का मुख्य लक्ष्य तीनों सेनाओं में युवाओं को जोड़ना और उन्हें भविष्य के लिए कुशल नागरिक बनाना है. इस योजना के तहत देश की तीनों सेनाओं में बड़ी संख्या में युवाओं जिसमें लड़का और लड़की दोनों शामिल होंगे. सेना में 4 साल के लिए भर्ती किये जायेंगे. इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा. इस योजना के तहत हर साल लगभग 45 हजार युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा. इसके लिए उन्हें फिजिकल टेस्ट पास करना होगा. इन युवाओं की उम्र 17.5 से 23 साल के बीच होने चाहिए. 4 साल के दौरान ही इन्हें 6 महीने की बेसिक ट्रेनिंग भी दी जाएगी.


क्या बोले एसपी
वहीं एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि कि रविवार को तहसील दिवस में भूतपूर्व सैनिकों को बुलाकर अग्नीपथ योजना के बारे में फीडबैक लिया. सभी भूतपूर्व सैनिक इस स्कीम के समर्थन में उतरे हैं. साथ में उन्होंने यह आश्वासन दिया जो नए बच्चे सेना की भर्ती देख रहे हैं. इन बच्चों के बीच जाएंगे और इस स्कीम मैं जो लाभ हैं वह समझाए जाएंगे. अभी तक जनपद में जो बच्चे आए क्यों मिस काटते व्हाट्सएप के गलत ग्रुप में थे. इंस्टाग्राम के गलत ग्रुप में थे, हमको हम ने बुलाया था.


क्या बोले जिलाधिकारी?
जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि पहले इस स्कीम के बारे में समझ लें. केवल उसका ओपनिंग कवर देखकर भड़क जाना आंदोलन करके आ रहे हम उनकी काउंसलिंग कर रहे हैं. हम उनको को समझा रहे हैं. बच्चे घर भेज रहे हैं और समझ भी रहे हैं. इसी को लेकर हमने भूतपूर्व सैनिकों को इस योजना के बारे में बताया और बच्चों को समझाने की भी बात कही. जहां पर भूतपूर्व सैनिकों ने हम लोगों की बात को मानते हुए उन बच्चों को मिस कॉल होने पर उनको समझाने की बात भी कही.


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