UP News: औरैया में चार नाबालिग दोस्त रहस्यढंग से एक साथ गायब हो गए. चारों बिधूना तहसील क्षेत्र के ग्राम मुडैना रूपशाह निवासी हैं. परिजनों की तलाश में चारों दोस्तों का पता नहीं चला. कक्षा पांचवीं के छात्रों की एक साथ गुमशुदगी से हड़कंप मच गया. जानकारी मिलने पर पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. बच्चों की तलाश के लिए टीमें लगाई. स्कूल प्रशासन से लेकर दोस्तों से पूछताछ की. तमाम कवायद के बावजूद छात्रों का पता नहीं चल सका. फिल्मी कहानी की तर्ज पर चारों बच्चे घर अचानक लौट आए.
चार नाबालिग दोस्त एक साथ लापता
छात्रों ने गुमशुदगी की सच्चाई बताई. सच्चाई सुन कर पुलिस के साथ परिजन भी दंग रह गए. शंकर, अरुण, रितिक और देव ने बताया कि घूमने गए थे. उन्होंने बताया कि आपस में चारों की गहरी दोस्ती है. घूमकर वापस घर लौट आए. आलू बेचकर 700 रुपए हम लोग के पास आ गए थे. घूमने के लिए कुछ दिनों से प्लान बना रहे थे. बैट बॉल को भी बेचकर पैसा इकट्ठा किया. 100 रुपए में बैट बॉल बेचा था. लौटने के बाद पापा ने डांटा पर मारा नहीं. पिता भूरेलाल ने बताया कि खेलते-खेलते चारों लापता हो गए गए थे.
परिजनों और पुलिस के फूले हाथ पांव
परिजनों की तलाश में बच्चों का पता नहीं चला. ढूंढते ढूंढते रात काफी हो गई. आखिरकार थाने में रिपोर्ट लिखवाने का फैसला किया. बच्चों की गुमशुदगी से गांव के लोग भी परेशान थे. एक गांव से चार बच्चों का अचानक लापता होना गंभीर मामला था. दूसरे दिन बच्चे वापस खुद से घर वापस आ गए. बच्चों के आने पर परिजनों ने राहत की सांस ली. सहायक अध्यापक भानु ने बताया कि 6 मार्च को स्कूल में दो बच्चे हाजिर थे और दो नहीं आए थे. स्कूल की छुट्टी होने के बाद अगले दिन पता चला कि कक्षा 5वीं के चार बच्चे फिरोजाबाद घूमने चले गए थे.