Auraiya News: जोशीमठ की तरह औरैया में ध्वस्त किए जाएंगे रहस्यमय दरारों वाले घर, जल्द भेजे जाएंगे नोटिस
Auraiya News: औरैया में दरारों वाले घरों को ध्वस्त करने के लिए नगर पालिका मकान मालिकों को नोटिस देगा लेकिन इन लोगों को कहां विस्थापित किया जाएगा, इसका कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
Auraiya News: जोशीमठ की तरह औरैया में भी अब घरों को ध्वस्त किया जाएगा. यहां पर करीब एक दर्जन से ज्यादा मकानों में रहस्यमय तरीके से दरारें आ गई हैं जिसके बाद जिलाधिकारी ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था. इस कमेटी में पीडब्ल्यूडी विभाग, जल निगम व नगर पालिका की टीमें शामिल थीं. वहीं इन विभागों की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा चुकी है.
जांच रिपोर्ट के बाद नगर पालिका ने बड़ा कदम उठाया है. जोशीमठ की तरह इन भवनों को खाली कराने का नोटिस देकर इन मकानों को ध्वस्तीकरण किया जाएगा. ऐसे में इन मकान मालिकों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी होने वाली है. घरों को ध्वस्त करने के लिए अभी नगर पालिका मकान मालिकों को नोटिस देगा लेकिन इन लोगों को कहां विस्थापित किया जाएगा, इसे लेकर नगर पालिका किसी इंतजाम की बात नहीं कर रहा है.
एक दर्जन घरों में आई दरारें
औरैया नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राम कमल असरे ने बताया कि मदार दरवाजे में स्थित करीब एक दर्जन से ज्यादा मकानों में पिछले तीन महीनों से दरार आने लगी थी जिसकी जानकारी मिलने पर विभागोंं द्वारा जांच की गई तो पता लगा कि वहां पर एक भवन था, जो पिछले कई सालों से खाली पड़ा था. जब उसके फर्श को खुलवाया गया तो वो करीब 15 फुट नीचे अपने आप चला गया. ये भवन करीब 100 साल पुराने हैं. यहां के लोगों का कहना है कि पहले वहां पर गेंहू दलह का काम होता था. जब नई पीढ़ी आई तो ये काम बंद हो गया और यहां भवन निर्माण कर दिया गया. ये भवन जब क्षतिग्रस्त हुआ तो इसी बिल्डिंग की चपेट में आकर आसपास के घरों में भी दरारें आ गईं.
घरों को ध्वस्त करने के निर्देश
नगरपालिका के मुताबिक इन भवनों में रहने वाले लोगों को धारा 263 के नियमानुसार नोटिस दिया जाएगा और मकान खाली कराकर उन मकानों को ध्वस्त किया जाएगा, लेकिन उनको ठहराने के लिए हमारे पास कोई व्यवस्था नहीं है. इसे लेकर जिलाधिकारी से बात की जाएगी.
इधर मकान ध्वस्त करने और नोटिस मिलने की बात को लेकर यहां के लोगो का कहना है कि मकानों में आ रही दरार की वजह दैवीय आपदा है. भले ही प्रशासन इन मकानों में दरार आने की वजह कुछ भी कह रहा हो. उन्होंने कहा कि नोटिस से पहले हमें मुआवजा दिया जाना चाहिए और हमारे रहने की व्यवस्था होनी चाहिए. जाहिर है कि दरारों वाले घरों को तोड़ने के लिए प्रशासन को अभी और भी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.
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