UP News: औरैया (Auraiya) जिले को जालौन से जोड़ने वाला यमुना का पुल (Yamuna Bridge) जर्जर हो गया है. इस वजह से पिछले एक महीने से भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा हुआ है जिससे यह पुल बंद पड़ा हुआ है. पुल बंद होने से दोनों जिलों का आपसी संपर्क भी टूट गया है. इसका सबसे ज्यादा असर व्यापारियों पर पड़ रहा है. अब ब्रिज को दुरुस्त कराया जाना है और इसी सिलसिले में सर्वे करने के लिए विशाखापट्टनम से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट एंड डिजाइन कंसलटेंसी (IDDC) कंपनी औऱैया का दौरा कर रही है. कंपनी के विशेषज्ञों की टीम ने ड्रोन से ब्रिज का निरीक्षण किया.


ड्रोन निरीक्षण में पुल के निचले हिस्से की बेयरिंग जाम मिली. पहले फेज में पुल की मरम्मत के लिए एक करोड़ की लागत बताई गई है. साथ ही मार्च तक पुल चालू करने की बात भी कही गई है.  गुजरात के मोरबी पुल हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को अपने पुलों की मरम्मत और जर्जर पुलों की रिपोर्ट शासन को भेजने को कहा था. इस दौरान जनपद औरैया में प्रशासन को एक पुल ऐसा मिला जो जर्जर हालत में दिखाई पड़ा रहा है. 


खंभों की स्थिति का लिया जाएगा जायजा


आईडीडीसी के विशेषज्ञों की टीम औरैया पहुंची. यह टीम पांच दिन तक पुल का सर्वे करेगी. टीम ने ड्रोन की मदद से पुल के नीचे हिस्से का सर्वे किया. इसमें पुल की बेरिंग जाम होने की बात सामने आई है. टीम पांच दिन तक शहर में रहकर पानी में मौजूद पुल के खंभों की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण करेगी. सर्वे करने के लिए विशाखपटट्नम की विशेषज्ञ टीम के साथ पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता अभिषेक यादव भी आए थे. उन्होंने बताया कि टीम ने यमुना पुल का सर्वे किया है जिसमे शुरुआती दौर में एक करोड़ का लागत बताया है. मार्च की शुरुआत में भारी वाहनों के निकलने की शुरुआत हो जाएगी. 


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