Auraiya News: औरैया जिले से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां स्वास्थ्य विभाग में एक लड़की ने सरकारी नौकरी पाने के लिए अपने पिता को कागजों में मार डेथ सर्टिफिकेट बनवा कर सरकारी नौकरी हासिल की थी. पिता को मृतक दिखाकर आश्रित से कोटा के जरिए फर्जी नियुक्ति पाने वाली लड़की को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. करीब एक साल पहले सीएचसी अधीक्षक को लड़की की फर्जी नौकरी लेने के दौरान दोषी पाए जाने और जांच के बाद मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके बाद आरोपी फरार थी.
क्या है पूरा मामला?
औरैया के एरवाकटरा थाना क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग में पहले से ही काम कर रहे पिता रघुवीर सिंह को मृतक दिखाकर और फर्जी दस्तावेज बनवाकर दीपशिखा नाम की युवती ने नौकरी हासिल की. करीब डेढ़ साल तक नौकरी का वेतन लेने के बाद जब स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक लगी तो नौकरी कर रही लड़की के दस्तावेजो की जांच कराई गई, सीएमओ ने इस मामले की पूर्णता जांच कराई, जिसके बाद जांच में दीपशिखा गलत तरीके से नौकरी करने और फर्जी सर्टिफिकेट लगाने में सही साबित हुई. इसके उस पर मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसे नौकरी से भी निकाल दिया और तब से वह फरार चल रही थी. लेकिन पुलिस के अनुसार फर्जी दस्तावेजों के सहारे नियुक्त पाने के मामले में वांछित चल रही दीपशिखा को मुखबिर की सूचना पर छिबरामऊ रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार करके जेल भेजा दिया है.
आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
वहीं इस मामले की जानकारी देते हुए एवराकटरा सीएचसी अधीक्षक मोहित कुमार ने बताया कि मैनपुरी जिले की रहने वाली दीपशिखा के खिलाफ 2021 में ऐरवा कटरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. वही चिकित्साधिकारी के द्वारा बताया गया कि आरोपी दीपशिखा अपने पिता के स्थान पर मृतक आश्रित कोटे के द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाकर सरकारी नौकरी कर रही थी और वेतन भी ले रही थी. जिसके एक साल बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
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