Auraiya News: औरैया (Auraiya) में तहसील दिवस पर सदर तहसील में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां सरकारी राशन डीलर का अनोखा खेल ग्रामीणों ने उजागर किया. एक गांव के करीब 50 से ज्यादा लोगों ने तहसील में पहुंचकर यह आरोप कोटेदार और सरकारी कर्मचारियों पर लगाया कि कोटा सस्पेंड होने के बाद हम गांव वालों के फर्जी हस्ताक्षर दिखाकर फिर से राशन कोटा बहाल करवा लिया गया, कोटेदार सरकारी राशन पर घटतौली कर डाका डाल रहा है जबकि यह राशन कोटा तीसरी बार सस्पेंड होकर अधिकारियों की मिलीभगत से बहाल किया गया. इस मामले को लेकर एसडीएम सदर ने जांच की बात कही है.
क्या है पूरा मामला?
औरैया जिले के सदर तहसील क्षेत्र के एक गांव मई मानपुर में ग्रामीणों ने तहसील में अधिकारियों से कोटेदार का अनोखा खेल उजागर किया है. जिसमें कोटेदार की शिकायत की गई है कि हम ग्रामीणों की शिकायत पर ही राशन कोटा सस्पेंड किया गया था क्योंकि लगातार कोटा डीलर हम लोगों को राशन नहीं देता था और अगर राशन देता था तो घटतौली कर के देता था. जिसकी शपथ पत्र लगा कर शिकायत ग्रामीणों ने जिले के अधिकारियों से की थी और तब कोटेदार का कोटा सस्पेंड किया गया था लेकिन अभी कोटेदार ने किसी तरह का खेल खेलते हुए फर्जी शपथ पत्र बनवा कर हम लोगों के हस्ताक्षर कर उसे जमा कर अपना कोटा बहाल करवा लिया. जबकि इससे पहले दो बार राशन कोटा सस्पेंड हो चुका है और दोनों बार अधिकारियों की मिलीभगत से कोटा अपने पास रख लेता है.
कोटा सस्पेंड होने के बावजूद बहाल कराया
ग्रामीणों का कहना हा कि इससे पहले भी कई बार शिकायत की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता और कोटा सस्पेंड होने के बावजूद फिर फर्जी हस्ताक्षर कर कोटा बहाल कर दिया. इसी शिकायत को लेकर तहसील परिसर में हम सभी यहां आए है और सदर उपजिलाधिकारी मनोज सिंह से शिकायत की है. जिन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इससे पहले कोटेदार शिव कुमार का कोटा साल 2011 और 2013 में भी सस्पेंड हो चुका है और अब तीसरी बार सस्पेंड हुआ है.
इस पूरे मामले को लेकर औरैया सदर तहसील के उप जिला अधिकारी मनोज सिंह ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने एक शिकायती पत्र दिया है जिसमें कहा गया कि एक राशन कोटेदार ने फर्जी हस्ताक्षर कर शपथ पत्र दिया था जिसमें उसका कोटा बहाल हुआ है, उसको लेकर हम जांच करवाएंगे और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें:-