UP News: सुभासपा छोड़कर निषाद पार्टी (Nishad Party) में शामिल हुए नेताओं को लेकर ओपी राजभर का बड़ा बयान आया है. ओपी राजभर (OP Rajbhar) ने सुभासपा के राष्ट्रीय सचिव रहे रमाकांत कश्यप पर पार्टी के कार्यकर्ता से पांच लाख रुपये रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया है उन्होंने साथ ही कहा कि किसी ने भी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है. वहीं, अन्य पदाधिकारियों ने दावा किया है कि उन्होंने सुभासपा नहीं छोड़ी बल्कि उनसे गलत तरीके से साइन करवाए गए जिससे बाद में पता चला कि उन्होंने निषाद पार्टी ज्वाइन कर ली है. 


इटावा के जिलाध्यक्ष ने बताया कि रमाकांत कश्यप के साथ हम सभी लोग पार्टी के ही एक कार्यकर्ता के भट्ठे के काम के लिए गए थे. वहां पर हम लोगों के साइन भी लिए गए. बाद में हम लोगों को बताया गया कि हम निषाद पार्टी में शामिल हो गए हैं. वहीं, औरैया दौरे पर पहुंचे ओपी राजभर ने भी पार्टी पदाधिकारियों के निषाद पार्टी ज्वाइन करने की बात को खारिज किया है.


'संजय निषाद से काम कराने की बात कहकर साथ ले गए थे'
जिलाध्यक्ष पृथ्वी कश्यप ने बताया, 'हमारी पार्टी के ही प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा के भट्ठे का काम करवाना था जिसको लेकर रमाकांत कश्यप के साथ हम सभी पदाधिकारी लखनऊ गए थे. रमाकांत कश्यप ने कहा था कि संजय निषाद हमारी बिरादरी के मंत्री भी हैं और वह यह काम जरूर करवा देंगे जिसको लेकर एक लेटर पैड पर हम लोगो से साइन करने को कहा गया. जिसके बाद गए हुए पदाधिकारियो ने साइन कर दिए. बाद में पता लगा कि हम लोगों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया जबकि पार्टी से इस्तीफा देने की पीछे की वजह भी होती है. कोई कारण होता है.' पृथ्वी कश्यप ने कहा, 'मैं पिछले 6 साल से इस पार्टी में हूं और काफी पैसा भी खर्च किया है.'


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