Auraiya News: औरैया पुलिस (Auraiya Police) ने 12 घंटे के भीतर ही अपहरणकर्ताओं से 5 साल के बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है, जहां पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि अपहरणकर्ता कोई और नहीं बल्कि बच्चे का चाचा है. इससे पहले अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के परिजनों से फोन पर 20 लाख रुपये की डिमांड की थी और परिजनों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. जानकारी लगते ही एसपी ने कमान संभाली और बच्चे को सकुशल बरामद कर चार लोगों को हिरासत में लिया. इस दौरान एक अपहरणकर्ता के मुठभेड़ में गोली लग गई. 


औरैया में पुलिस को सूचना मिली कि एक 5 साल के बच्चे का अपहरण हो गया है. अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को छोड़ने के लिए परिजनों से फोन पर 20 लाख की फिरौती मांगी. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस एक्टिव हो गई और बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए एसपी ने खुद मोर्चा संभाला. महज 12 घंटे के भीतर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया. एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ता कोई और नही बल्कि मासूम का चाचा ही था, जो मासूम के अपहरण का मास्टरमाइंड भी था. 


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला औरैया के दिबियापुर थाना क्षेत्र के कनारपुर गांव का है, जहां एक दिन पहले पांच साल के मासूम युग घर के बाहर खेलते-खेलते गायब हो गया था. घरवालों की काफी खोजबीन के बाद भी युग का कुछ पता नहीं चला, तब युग के पिता आलोक दुबे के पास अपहरणकर्ताओं का फोन आया कि तुम्हारे बेटे का अपहरण हो गया, बेटे को सही सलामत चाहते हो तो बीस लाख रुपये तैयार कर लो और मेरे फोन का दोबारा इंतज़ार करो. बेटे के अपहरण की खबर सुनते ही परिजनों  में अफरा-तफरी मच गई.


इस पूरी घटना को लेकर पुलिस को जानकारी दी गई और पुलिस ने 7 टीमें बनाई और घटना का खुलासा कर दिया. पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए तीन लोगों को मौके से हिरासत में लिया, वहीं एक अपहरणकर्ता ने मौके से भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग की जिसके चलते जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की और अपहरणकर्ता के गोली लग गई वही अपहरण के पीछे की वजह का उद्देश्य केवल पैसा कमाना था और यह कोई और नहीं बल्कि 5 साल के मासूम बच्चे का चाचा था जिसनेअपने दोस्तों के साथ मिलकर इस प्लान को 2 महीने पहले तैयार किया था. 


मामले को लेकर एसपी चारू निगम ने बताया कि अपहरणकर्ता कोई और नहीं बल्कि मासूम युग का चाचा था, जिसने पैसों के लालच में आकर 2 महीने पहले से ही इस पूरी साजिश का प्लान बनाया था. मुठभेड़ में घायल मुख्य आरोपी विशाल है, जिसने खुद बताया कि उसने मासूम का अपहरण पैसों के लालच में किया था, और कासगंज से दो और लोगों को अपने साथी के रूप में शामिल किया, जिसमें एक महिला भी शामिल है. बहरहाल पुलिस इस पूरे मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ कर रही है.


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