Auraiya Kidnapping Case: उत्तर प्रदेश के औरैया (Auraiya) में पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर अपहरण हुए मासूम को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने अपहरण का खुलासा करते हुए कहा कि इस साजिश के पीछे कोई और नहीं बल्कि मासूम का चचेरा भाई शामिल था, जिसने अपनी गर्लफ्रेंड और दोस्तों के साथ मिलकर इस पूरे प्लान को अंजाम दिया. पुलिस ने मुख्य आरोपी विशाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है.


औरैया जिले के दिबियापुर थाना क्षेत्र के गांव कनारपुर में एक दिन पहले मासूम बच्चे का खेलते समय घर के बाहर से अपहरण हो गया था, जिसके बाद अपहरणकर्ता ने मासूम के पिता आलोक को फोन कर 20 लाख की डिमांड की. जिसके बाद पीड़ित ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इस मामले की जांच के लिए पुलिस की सात टीमों का गठन किया. जिसके बाद एसओजी सर्विलांस और क्षेत्रीय पुलिस ने जांच तेज की. 


सर्विलांस के जरिए आरोपियों तक पहुंची पुलिस


पुलिस द्वारा इलेक्ट्रानिक/मैनुअल/सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गहनता से साक्ष्यों को संकलित किया और कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए संदिग्धों की लोकेशन के आधार पर कई राज्यों में मानेसर हरियाणा, दिल्ली और मध्य प्रदेश में संभावित स्थानों पर दबिश दी गई. घटना के 12 घंटों के अन्दर अपहरणकर्ताओं की मौजूदगी कासगंज पाई गई. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 3 अपहरणकर्ताओं विजय कुमार, राहुल कुमार और संपा खातून को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने मौके से एक देसी पिस्टल, 15 कारतूस 32 बोर, 20 कारतूस 315 बोर व 02 मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त कारें बरामद की वहीं आरोपियों के चंगुल से अपह्रत बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया. 


पुलिस ने इनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल चार पहिया वाहन HR 26 CS 1692 बरामद किया है. पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने बच्चे के चचेरे भाई विशाल के कहने पर फिरौती के लिए उसका अपहरण किया था. आरोपी फिरौती की रकम लेने के लिए जनपद औरैया की तरफ गया है. इस सूचना पर मुख्य आरोपी विशान को थाना एरवाकटरा क्षेत्र में घेर लिया. पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो आरोपी ने पुलिस पर फायर कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की जो आरोपी के पैर में लग गई और वो घायल हो गया. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. 


चचेरे भाई ने रची थी अपहरण की साजिश


पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने दो महीने जब बच्चा परिजनों के साथ चित्रकूट दर्शन के लिए गया था, तब भी उसके अपहरण की कोशिश की थी लेकिन वो असफल हो गए, जिसके बाद उसे घर से अगवा करने का प्लान बनाया गया. आरोपी विशाल बच्चे को मिठाई खिलाने के बहाने कंचौसी बाजार लेकर गया और उससे कहा कि जब मैं वापस जाऊंगा तो तुम मेरी मोटरसाइकिल के पीछे-पीछे आना, इसके बाद मैं तुम्हें मिठाई खिलाउंगा. बच्चा जब विशाल के पीछे आ रहा था तभी उसके दोस्तों ने रास्ते से उसे अगवा कर लिया. 


बच्चे को अगवा करने के बाद पिता से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई. षडयंत्र के मुताबिक फिरौती की रकम विशाल लेने वाला था. इस पूरी साजिश में विशाल की गर्लफ्रेंड भी शामिल थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 


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