Auraiya News: औरैया ( Auraiya) जिलाधिकारी कार्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक गांव से आई कुछ महिला और पुरुषों ने पेट्रोल डालकर आत्महत्या (Suicide) का प्रयास किया. यह देख वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दौड़कर उनसे पेट्रोल का डिब्बा छीना और थाना पुलिस को मामले की सूचना दी. पीड़ितों नेआरोप लगाया कि बीडीओ रिश्वत मांग रहा है. साथ ही रिश्वत न देने पर मुख्यमंत्री आवास योजना (CM Awas Yojana) की सूची से नाम हटा दिया. इस पूरे मामले पर जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित की है.


कानपुर देहात जिले का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि औरैया जिले में प्रशासनिक की उत्पीड़न के कारण एक साथ कई लोग जिलाधिकारी कार्यालय आत्महत्या करने के लिए पहुंंच गए. जहां यह नजारा देख वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों के भी हाथ पैर फूल गए. सूझबूझ दिखाते हुए सुरक्षाकर्मियों ने आत्महत्या करने आई महिलाओं और पुरुषों के हाथों से पेट्रोल की बोतल छीनकर पुलिस को सूचना दी. जहां मौके पर पहुंचे डीएसपी सहित थाना फोर्स सभी को अपनी हिरासत में लेकर थाने ले गए.


रिश्वत मांगने का ऑडियो भी हुआ था वायरल
मामला ककोर मुख्यालय के जिलाधिकारी कार्यालय का है. जहां सहार ब्लाक के बहादुरपुर गांव से कुछ पीड़ित महिलाएं और पुरुष जिलाधिकारी कार्यालय आए थे.उन्होंने गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीडीओ के उत्पीड़न से हम सब लोग मरना चाहते हैं. आवास में हमारा नाम आया जिसे बीडीओ साहब ने कटवा दिया. वह रुपयों की मांग कर रहे थे. हमारा घर कच्चा और टूटा है. खुद प्रधान जी साथ में आए हुए थे. हम सभी बीडीओ की शिकायत के साथ-साथ आत्महत्या करना चाहते हैं  हमारे पास रहने के लिए घर नहीं है. उधर, सहार ब्लॉक के बीडीओ मुनीश कुमार का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमे वह मनरेगा की बात करते-करते बाकी बचे रुपयों की मांग करते नज़र आ रहे हैं.


इस पूरे मामले को जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र ने बताया कि एक गांव से कुछ लोग आए हुए थे. किसी के बहकावे में आकर उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते उनको बचाया. बीडीओ को लेकर की गई शिकायत पर हमने टीम गठित की है. आवास योजना की सूची से नाम किस वजह से काटे गए हैं इसकी भी जांच की जाएगी. 


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