औरैया: मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत एक दिन के लिए मेधावी छात्राओं को अधिकारी बनाया गया. जयंती पुरवार को डीएम और अल्का को पुलिस अधीक्षक बनाया गया. इनके अलावा 11 मेधावी छात्राओं को एक दिन के लिए विभिन्न पदों की जिम्मेदारी दी गई. सभी छात्राओं ने चार्ज संभाला और अपने सुझाव रखे. छात्राओं के परिजन भी इस मौके पर बेहद खुश नजर आए.
छात्राओं ने जताई खुशी
जिला अधिकारी बनने पर छात्रा जयंती पुरवार ने बताया कि उन्हें जिम्मेदारी मिलने पर बेहद खुशी हुई है. जिला अधिकारी बनने के बाद विभागों के बारे में भी जानकारी मिली. अभी सीए की तैयारी कर रही हूं. यूपीएससी करने का मन है. जब मुझे पता चला कि एक दिन के लिए जिलाधिकारी बनाया जा रहा है तो बहुत अच्छा लगा. मिशन शक्ति के तहत नारी शक्ति, नारी सम्मान को बढ़ावा मिलना चाहिए. मार्शल आर्ट जैसी चीजें स्कूलों में जरूरी होनी चाहिए जिससे लड़कियां अपनी सुरक्षा खुद कर सकें. वहीं, पुलिस अधीक्षक बनी 11वीं की छात्रा अल्का ने लोगों की समस्याएं सुनीं.
जिलाधिकारी ने कहा अच्छी पहल है
जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि ये अच्छी पहल है. माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे शुरू किया है. सबसे बड़ा उद्देश्य ये है कि समाज में मैसेज जाए कि महिलाएं किसी से कम नहीं है. अगर वो मेहनत और परिश्रम से आगे बढ़ती हैं तो वो उन्हें कोई रोक नहीं सकता है. हमारा 50 प्रतिशत महिला वर्ग है जो कुरीतियों की वजह से वंचित रहा है उसको आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. मार्शल आर्ट को लेकर सांकेतिक रूप से बनी जिलाधिकारी ने जो सुझाव रखा है वो अच्छा है. एंटी रोमियो इस समय चल ही रहा है उससे भी काफी फर्क पड़ा है.
बच्चियों को बल मिलेगा
पुलिस अधीक्षक औरैया अपर्णा गौतम ने कह कि अल्का 11वीं क्लास की छात्रा हैं. बहुत ही समझदारी से इन्होंने पुलिस और फरियादियों की समस्याओं को सुना है. निर्णय लिए हैं और बच्चियों में इतना कॉन्फिडेंस देखकर अच्छा लगा है. आसपास के स्कूल की जो बच्चियां हैं वो प्रभावित होंगी. ये अपना अनुभव जब स्कूल में जाकर शेयर करेंगी तो बहुत सी बच्चियों को बल मिलेगा.
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