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Vijayadashami 2022: औरैया में मुस्लिम समाज के लोग ही बनाते हैं रावण का पुतला, कारीगर ने बताई ये वजह
Dussehra 2022: औरैया के रामलीला मैदान में मुस्लिम समाज के लोग सालों से रावण के पुतले को बनाते हैं. 45 फीट के रावण के इस पुतले को तैयार करने का काम कारीगरों ने पूरा कर लिया है.
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Uttar Pradesh News: पूरे देश में दशहरे (Dussehra 2022) की धूम है. उत्तर प्रदेश के औरैया (Auraiya) जिले में भी इस बार दशहरे को लेकर तैयारियां चल रही हैं. रामलीला ग्राउंड में रावण के पुतले को तैयार किया जा रहा है. यहां पर भी एक परिवार अपने पूर्वजों के जमाने से ही रावण के पुतले को बना रहा है. इस बार भी दहन के लिए करीब 45 फुट का रावण का पुतला बनाया जा रहा. औरेया जिले में पिछले एक हफ्ते से दशहरे (Vijayadashami 2022) को लेकर तैयारियां चल रही हैं.
मुस्लिम समाज के लोग बनाते हैं रावण का पुतला
कोरोना काल की वजह से पिछले तीन सालों से त्योहार नहीं मनाए जा रहे थे लेकिन इस बार दशहरे को धूमधाम से मनाने की तैयारी की जा रही है. जिले के रामलीला मैदान में मुस्लिम समाज के लोग ही सालों से रावण के पुतले को बनाते हैं. इसके साथ ही हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक होने की मिसाल देते हैं. 45 फीट के रावण के इस पुतले को तैयार करने का काम कारीगरों ने पूरा कर लिया है.
रावण पुतला तैयार कर रहे कारीगर ने क्या कहा
वहीं पिछले 6 सालों से अपने पूर्वजों की सिखाई विद्या के बाद रावण के पुतले को तैयार कर रहे फिरोज ने बताया कि, इस बार भी करीब 45 फुट का रावण बनाया है. हम रावण के पुतले को ही नहीं बनाते बल्कि हिन्दू धर्म के हर एक धार्मिक कार्यक्रमों में अपनी कारीगरी से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने का काम करते हैं.
हिंदू-मुस्लिम धूमधाम से मनाते हैं त्योहार-कारीगर
कारीगर फिरोज ने बताया, मंदिरों को सजाना, मूर्तियों को सजाना, झांकियों को सजाना इन सभी कामों को करके अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं क्योंकि हम कारीगर हैं और हम किसी से भेदभाव नहीं करते हैं. यह काम हमारे पूर्वजों ने हमें सिखाया और अब हम उसे बखूबी करते हैं. यह त्यौहार हिन्दू-मुस्लिम दोनों एक साथ धूमधाम से मनाते हैं.
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