Uttar Pradesh News: यूपी के औरैया (Auraiya) जनपद में देर रात एक बड़ा हादसा (Accident) हो गया. यहां एक मकान के अंदर सो रहे परिवार के ऊपर अचानक कच्ची दीवार गिर गई. इस हादसे में 6 लोग दीवार के नीचे दब गए. दीवार गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि रात में ही आस पास के लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. हादसे के बाद मौके पर ग्रामीणों ने पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस (Auraiya Police) को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू किया और सभी लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया. इस हादसे में पति-पत्नी और एक मासूम बच्चे समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है. वहीं तीन बच्चों की हालत गम्भीर देखकर डॉक्टरों ने उन्हें सैफई रेफर कर दिया है. हादसे की खबर मिलते ही देर रात घटना स्थल पर जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारी पहुंच गए.
3 की मौत, दो की हालत गंभीर
औरैया जिले के कुदरकोट थाना क्षेत्र के गोपियापुर गांव में उस समय एक दर्दनाक हदसा हो गया जब एक परिवार खाना खाने के बाद सोने चला गया. यहां सो रहे एक ही परिवार के पति-पत्नी और चार बेटों के ऊपर कच्ची दीवार गिर गई, जिसमें सभी लोग दब गए. ग्रामीणों की मदद से तत्काल दबे लोगों को बाहर निकाला गया और एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना लाया गया, जहां पर डाक्टरों ने पति शिववीर और पत्नी शकुंतला सहित एक बेटे विकास को मृत घोषित किर दिया. दो बेटों की हालत गंभीर देखते हुए सैफई रेफर कर दिया गया.
घर नहीं था परिवार के पास
ग्रामीणों की मानें तो यह परिवार दीवार के नीचे छप्पर डालकर रह रहा था और कच्ची दीवार गिरने से यह हादसा हो गया. लोगों ने यह भी बताया कि गांव के रहने वाले मृतक इन्द्रवीर के पास मकान नहीं था. वह गांव में बने बारात घर में खाना बनाता था और कच्ची दीवार के सहारे छप्पर के नीचे उसका परिवार सोता था. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना में पति-पत्नी और एक बच्चे को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मृतक इंद्रवीर की उम्र 45 साल, मृतक शकुंतला की उम्र 40 साल, मृतक विकास की उम्र 13 साल थी. हादसे में घायल आकाश की उम्र 14 साल, अनुराग की उम्र 10 साल, अंशु की उम्र 6 साल है. तीनों घायलों को रेफर कर दिया गया. इसके साथ ही तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना में तैनात डॉक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि रात में ही 6 लोग आए थे जिसमें इन्द्रवीर उम्र 45 साल, पत्नी शकुंतला उम्र 40 और बेटा विकास उम्र 13 साल की मृत्यु हो चुकी थी. वहीं आकाश और अनुराग को सैफई के लिए रेफर किया गया. अंशु को मामूली चोट थी उसका इलाज किया गया.
जिलाधिकारी ने क्या कहा
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी औरैया और पुलिस अधीक्षक घटना स्थल पर पहुंचे. जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में घायल पीड़ित अंशु उम्र 6 साल से मुलाकात की और उसका हालचाल जाना. उन्होंने परिवार को आर्थिक सहायता देनें की भी बात कही. जिला अधिकारी ने बताया कि आवास योजना में शिववीर का नाम था. कुछ पैसा उनके खाते में आया था और वे मकान बनाने वाले ही थे. जिला अधिकारी पीसी श्रीवास्तव ने जांच कराने की बात कही कि आखिर अभी तक परिवार को आवास क्यों नहीं मिला था .
प्रशासन पर उठे सवाल
वहीं इस हादसे के बाद प्रशासन पर सवाल उठ रहा है कि शासन द्वारा मुख्यमंत्री आवास योजना को लेकर प्रशासन अपने लक्ष्यों को बताता है और कागजों पर न जाने कितने लोगों को आवास देने की बात कहता है. इसके बाद भी यह तस्वीर देखने को मिली. इससे पहले रहे प्रधानों द्वारा ऐसे लोगों को आवास क्यों नहीं दिया गया और जब सूची तैयार हुई होगी तो क्यों ऐसे जरूरतमंद लोगों के नाम नहीं आते हैं. अगर आते तो आज यह हादसा नहीं होता.