UP News: औरैया (Auraiya) जनपद में यमुना (Yamuna) का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. हालात यह है कि एनडीआरएफ (NDRF) की टीम लगातार ग्रामीणों को गांव से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है. वहीं गांव से बाहर निकले लोग सुरक्षित स्थानों पर तंबू लगाकर रह रहे हैं. जहां प्रशासन राशन से लेकर मेडिकल सुविधाएं प्रभावितों तक पहुंचा रहा है. हालांकि बाढ़ से प्रभावित ग्रमीणों की नाराजगी भी देखने को मिल रही है. ग्रामीणों को पलायन पर मजबूर होना पड़ रहा है. 


कोटा बैराज से पानी छोड़ने से बढ़ा जलस्तर


राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से यमुना का जलस्तर बढ़ा है जिससे नदी किनारे बसे ग्रामीणों को पलायन पर मजबूर होना पड़ रहा है. प्रशासन प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पंहुचा कर उन्हें जरूरी सामान पहुंचा रहा है. औरैया जिले का सिकरोड़ी गांव है जहां के लोगों को प्रशासन ने ऊंचे स्थानों पर बसाया है. लोग यहां तबू में रह रहे हैं.  प्रशासन ने पीड़ित ग्रमीणों को राशन और खाने के लिए लंच पैकेट दिए हैं. 


Ramnagar: 38 दिन बाद भी वन विभाग की पकड़ से बाहर बाघ, अब ट्रेंकुलाइज की रणनीति बनाने की तैयारी


बार-बार बाढ़ से छोड़ना पड़ता है ग्रामीणों को अपना घर


ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से हमें सभी सुविधाए दी जा रही हैं लेकिन नाराजगी इस बात की है कि हर साल हम लोगों को अपना घर, अपना गांव छोड़कर आना पड़ता है. यहां तक हर साल हम लोगों की फसल भी बर्बाद हो जाती है. शासन और प्रशासन को हम लोगों को एक सही जगह पर घर दे देना चाहिए जिससे हम लोगों को अपना घर न छोड़ना पड़े.  


ये भी पढ़ें -


Noida Twin Tower Demolition: नोएडा ट्विन टावर विध्वंस में आपात स्थिति के लिए पुलिस विभाग तैयार, 400 जवान होंगे तैनात