देहरादून: दिल्ली सरकार की तर्ज पर दून ऑटो रिक्शा चालकों ने भी तीरथ सरकार से राहत मांगी है. यूनियन ने मांग की है कि पिछले एक साल से ज्यादा समय से चल रही कोरोना महामारी से उनके व्यवसाय पर बड़ा प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि उनकी रसोई की आंच धीरे-धीरे ठंडी पड़ने लगी है. पिछले साल की कोरोना लहर के लॉकडाउन से अभी तक ऑटो रिक्शा चालक उबर नहीं पाये हैं और दोबारा लॉकडाउन से उनको बड़ा नुकसान हुआ है. यूनियन ने कहा है कि हजारों लोगों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. 


दिल्ली की तर्ज पर मिले सहायता
ऑटो चालक लगातार सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि दिल्ली की तर्ज पर उन्हें राहत मिले. ऑटो यूनियन चालकों ने सीएम तीरथ से मुलाकात भी करनी चाही लेकिन कोरोना के कारण उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. अब ऑटो यूनियन ने मेल के माध्यम से मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और परिवहन विभाग को अपनी समस्याओं से अवगत कराया है. हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से उनको किसी तरह का कोई आश्वासन नहीं मिला है.


ऑटो रिक्शा चालकों की मांग
दिल्ली सरकार की तर्ज पर 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने की मांग ऑटो रिक्शा चालकों ने सरकार से की है. इसके अलावा दो वर्ष का रोड टैक्स, फिटनेस फीस, परमिट फीस एवं इंश्योरेंस माफ करने की भी गुहार यूनियन ने सरकार से लगायी है.


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