अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जरिए खरीदी गई जमीन को लेकर हंगामा बरपा तो साधु-संत भी सामने आने लगे हैं. शारदा पीठ के शंकराचार्य जगतगुरु स्वरूपानंद सरस्वती के उत्तराधिकारी और रामालय ट्रस्ट के अध्यक्ष अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती भी अयोध्या पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीधे तौर पर ट्रस्ट को कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के नाम पर ट्रस्ट बनाया गया है इसलिए उसका उद्देश्य राम जी के आदर्शों की स्थापना है. विवाद पर शीघ्र से शीघ्र निष्पक्ष लोगों की जांच कमेटी बनाई जाए और जब तक जांच चले जिन लोगों पर आरोप लगा है उनको हर तरह के दायित्व से मुक्त कर दिया जाए. 


जांच से भागना नहीं चाहिए
अविमुक्तेश्वरानंदनंद सरस्वती यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा ''कोई बंद आंखों वाला भी देखेगा तो 2 मिनट पहले कोई चीज 2 करोड़ की होती है और 8 मिनट बाद 8 करोड़ की हो जाती है, ये नहीं हो सकता लेकिन आप ने करके दिखा दिया है आप कहते हैं कि सब एकदम सही है आपको जांच से भागना नहीं चाहिए.''


बात निकली है तो बड़ी दूर तलक जाएगी
अविमुक्तेश्वरानंदनंद सरस्वती ने सीधे तौर पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और ट्रस्टी अनिल मिश्र पर निशाना साधते हुए कहा कि ''जिन्होंने गवाही दी है, जिन्होंने रजिस्ट्री कराई है उन दोनों को तुरंत सस्पेंड कर देना चाहिए. जब तक ये निर्दोष साबित नहीं तब तक हर तरह के दायित्व से मुक्त कर दिया जाना चाहिए. बात निकली है तो बड़ी दूर तलक जाएगी.'' 


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