Ayodhya News: अयोध्या जिले के यहां पिथला गांव के रहने वाले एक ही परिवार के 11 लोगों के आपदाग्रस्त हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में लापता होने की सूचना मिली है. ये सभी दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं. लापता हुए लोगों के रिश्तेदारों का कहना है कि उनसे आखिरी बार 10 जुलाई को मनाली (Manali) पहुंचने के लिए चंडीगढ़ (Chandigarh) में बस पर सवार होने से पहले बात हुई थी और तब से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. 


रिश्तेदारों ने बताया कि उन्हें पता चला था कि हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर गिर गया है. परिजनों को आशंका है कि कहीं सभी 11 लोग इस हादसे की चपेट में आकर मर ना गये हों. लापता 11 लोगों में अब्दुल मजीद (62), उसकी पत्नी नाजिमा (60), उसका बेटा बशर (42), बशर की पत्नी परवीन (40), इश्तिहार (21), अब्दुल मजीद का छोटा बेटा ओमैसा, इश्तिहार की पत्नी शबाना (19), अब्दुल मजीद की बेटी करीना (18), बशर के दोनों बेटे वारिस अली (10) और मौसम (छह), बशर की बेटी अलवीरा (चार) और अब्दुल मजीद के रिश्तेदार एजाज अहमद (30) शामिल हैं. 


8 जुलाई को अयोध्या से हुए थे रवाना


लापता हुए लोगों के परिजन ने घटना के संबंध में अयोध्या पुलिस से संपर्क किया है और हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों से लापता लोगों का पता लगाने में मदद करने की अपील की है. स्थानीय लोगों के अनुसार लापता हुए लोग पिछली आठ जुलाई को अयोध्या से चंडीगढ़ रवाना हुए थे और अगले दिन वे चंडीगढ़ से हिमाचल प्रदेश के मनाली के लिए बस पर सवार हुए थे. मनाली में रहने वाला अब्दुल मजीद का दामाद रहबर अपने साले, ससुर और साली के मोबाइल से लगातार संपर्क में था. 


रहबर ने बताया कि अब्दुल मजीद के परिवार वालों ने उसकी भाभी करीना से कई बार बात की थी और उनसे बताया था कि 9-10 जुलाई की रात 12 बजे तक वे लोग मनाली बस अड्डा पहुंच जायेंगे. मोबाइल पर हुई बातचीत के अनुसार वह मनाली बस अड्डा पर अपने ससुराल वालों का इंतजार करता रहा, लेकिन वे वहां नहीं पहुंचे. इसके बाद रात करीब तीन बजे रहबर ने उन सभी मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया जो उनके ससुर और उनके बेटों तथा अयोध्या से यात्रा कर रहे अन्य लोगों के पास थे, लेकिन सभी मोबाइल फोन बंद मिले.


बाढ़ में बह गई पूरी सड़क


रहबर ने बताया कि इसके बाद उसकी बेचैनी बढ़ गई और वह मनाली से कार लेकर उनकी तलाश में निकला तो मंडी थाने से आगे पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया. उसने लोगों से पूछताछ की तो बताया गया कि रात में बाढ़ आयी थी और उसकी वजह से सड़क बह गयी है. स्थानीय लोगों ने रहबर को बताया कि सड़क पर खड़ी कई बसें और छोटे वाहन भी तेज बहाव में बह गए. 


अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार सोनकर ने 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा, 'हम हिमाचल प्रदेश प्रशासन के संपर्क में हैं और लापता परिवार का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.'


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