Ayodhya 84 Kosi Parikrama: 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के विकास को लगेंगे पंख, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने की अहम बैठक
Ayodhya 84 Kosi Parikrama: 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को विकसित किया जाना है. ये राम मंदिर के निर्माण के साथ ही होना है. इस मार्ग में आने वाले पांच जिलों के विकास की भी चर्चा हुई.
Ayodhya 84 Kosi Parikrama: अयोध्या के 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के विकास को लेकर आज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अहम बैठक की. बैठक में 84 कोसी परिक्रमा मार्ग से जुड़े 5 जिलों गोंडा, बस्ती, अयोध्या, अंबेडकर नगर और बाराबंकी के जनप्रतिनिधि, डीएम और DFO मौजूद रहे. बैठक में अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह और बस्ती सांसद हरीश द्विवेदी भी शामिल हुए.
इस तरह विकसित होगा 84 कोसी मार्ग
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि, रामलला की जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ 84 कोसी मार्ग भी विकसित होने हैं. इस मार्ग को केंद्र ने NH की स्वीकृति दी है जिसका नाम 227 B है. ये मार्ग 275 किलोमीटर लंबा बनना है. यहां 45 मीटर चौड़ी भूमि का अधिग्रहण हो रहा है. इसके बीच में कई बस्ती, बाजार, कस्बे भी हैं, जहां बाईपास की जरूरत होगी, जो अलाइनमेंट पहले तैयार हुआ उस पर संबंधित जिलों के जनप्रतिनिधियों से चर्चा हुई. जिससे किसी का नुकसान न हो. सांसद, विधायक जनता के बीच रहते हैं तो उनकी समस्या बेहतर जानते हैं. जल्द ही कंसलटेंट क्षेत्र में जाकर सभी बातों को ध्यान में रख सब देखेंगे. उनके साथ जनप्रतिनिधि भी रहेंगे. डिप्टी सीएम ने कहा कि, इस रूट पर 40 विश्राम स्थल हैं जिन्हें मुख्य मार्ग से जोड़ेंगे. इसके साथ ही सरयू नदी पर दो विशाल सेतु का निर्माण किया जाएगा. विकास, रोज़गार, दर्शन, पर्यटन की दृष्टि से ये काम मील का पत्थर साबित होगा.
मार्ग में पड़ने वाले कस्बों का भी होगा विकास
बैठक में शामिल होने पहुंचे रुदौली विधायक रामचंद्र यादव ने कहा कि, 84 कोस परिक्रमा देश भर से आये साधु संत करते हैं. उसे अब NH का रूप देकर सांस्कृतिक विरासत को विकसित कर रामराज्य जैसी झलक देनी है. इसके साथ महापुरुषों, ऋषियों, तपस्वियों के स्थान जोड़ने का सुझाव दिया गया है. इस मार्ग में जो चौराहे आएंगे उनको विकसित किया जाएगा. राह में बाजार, कस्बे भी आएंगे, उनका विकास करेंगे. व्यापारियों, किसानों की जमीन का नुकसान न हो इसका भी ध्यान रखना है. मार्ग के दोनों तरफ रामायण कालीन वृक्ष लगाए जाएंगे.
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