UP News: मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जीवन और महत्व से जुड़े स्थानों को पहचान देने की कवायद की है. अशोक सिंघल फाउंडेशन एक स्पेशल स्तंभ स्थापित करेगा. स्तंभ पर वाल्मीकि रामायण में वर्णित श्लोक के साथ अर्थ भी लिखा जाएगा. पूरी योजना अशोक सिंघल फाउंडेशन ने तैयार की है. देशभर के लगभग 300 स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है. देशभर में श्री राम से जुड़े प्रमुख स्थानों का अध्ययन दिल्ली निवासी राम अवतार शर्मा ने किया है. राम अवतार शर्मा आयकर विभाग से सेवानिवृत्त हैं. उन्होंने अयोध्या से रामेश्वरम तक यात्रा कर 300 स्थानों की पहचान की.
श्रीराम से जुड़े अहम स्थानों को मिलेगी पहचान
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सिंघल फाउंडेशन के भी ट्रस्टी हैं. इसलिए दोनों के संयोजन से योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अशोक सिंघल फाउंडेशन का विचार है कि भगवान राम से जुड़े हुए स्थान की पहचान के लिए स्तंभ लगाया जाए. चंपत राय ने बताया कि राम अवतार शर्मा का अनुसंधान संस्कृति मंत्रालय की जानकारी में रहता है. उन्हीं के सहयोग से अशोक सिंगल फाउंडेशन विशेष स्तंभ लगाने का काम कर रहा है. उद्देश्य है कि आनेवाली पीढ़ी को स्थान के बारे में जानकारी पहुंचाना.
अशोक सिंघल फाउंडेशन का ने बनाया प्लान
स्तंभ लगाने पर आनेवाले खर्च का जिम्मा अशोक सिंघल फाउंडेशन उठाएगा. पहला स्तंभ 27 सितंबर को अयोध्या लाया जाएगा. चंपत राय ने बताया कि पहले स्तंभ को मणि पर्वत पर स्थापित करने का विचार है. कहा जाता है कि मणि पर्वत पर माता सीता झूला झूलने आती थीं. सभी मंदिरों से भगवान के विग्रह मणि पर्वत पर धूमधाम से लाए जाते हैं. उन्होंने बताया कि राम अवतार शर्मा अयोध्या से रामेश्वरम तक 10 बार स्कूटर, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर ट्रॉली और जीप से यात्रा कर चुके हैं. उनके परिश्रम की कल्पना नहीं की जा सकती. नौकरी के दौरान भी उन्होंने यात्रा की है. यात्रा कर उन्होंने लगभग 300 स्थानों का चयन किया.