(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ayodhya News: अयोध्या में बीजेपी की हार के बाद साधु संतों ने की समीक्षा, पीएम मोदी और सीएम योगी को भेजा पत्र
UP News: धर्म नगरी अयोध्या में बीजेपी की हार के बाद से हर कोई हैरान है. वहीं अयोध्या के अलग- अलग संतो ने बीजेपी की हार को लेकर अपने- अपने बयान दिए है और यहां बीजेपी के हार का कारण बताया.
Ayodhya News: अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी की हार को लेकर यूं तो देश-विदेश में चर्चा हो रही है लेकिन अब अयोध्या के संतों ने भी इस पर मंथन शुरू कर दिया है हार की वजह तलाशने के लिए अयोध्या में साधु संतों की एक बैठक हुई और इसमें हार के कारणों को लेकर चर्चा ही नहीं हुई बल्कि समीक्षा के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संतों की तरफ से समीक्षा और सुझाव पत्र भी भेजा गया.
अयोध्या में फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार को लेकर अपनी अपनी समीक्षा कर रहा है मगर अब अयोध्या के संतों ने भी हार के कारणों को लेकर समीक्षा शुरू कर दी है अयोध्या में बुधवार की शाम जानकी मंदिर में एक समीक्षा बैठक की और हार के संभावित कर्म को तलाशने की कोशिश की इस समीक्षा बैठक में सड़क चौड़ीकरण के दौरान व्यापारियों और लोगों को मिले मुआवजे को लेकर भी चर्चा हुई तो सुरक्षा व्यवस्था के चलते संतो को हो रही परेशानी का भी जिक्र किया गया.
क्या बोले महंत वीरेंद्र दास
महंत वीरेंद्र दास ने कहा कि अयोध्या के जो साधु संत हैं अथवा वैसे सामान्य नागरिक हैं आने-जाने में यहां बड़ी असुविधा यहां की पुलिस कर रही है. जो व्यवस्था बनाई गई है हम लोगों का कहना है कि भाई आप उनका आधार कार्ड देख लीजिए, कोई भूसा ला रहा है कोई गल्ला रहा है. बिना गल्ला लाये बिना भूसा लाये बिना पानी लाये व्यवस्था कैसे चलेगी अयोध्या में सबके पास भी नहीं बने हैं भूसा ला रही गाड़ी तो उसका कौन सा पास बना कहा यह गया है कि भाई आप आधार कार्ड लीजिए अगर अयोध्या का व्यक्ति है तो उसको परमिट कीजिए उसको आने दीजिए.
'जातिवाद में लोगों ने किया मतदान'
करपात्री महाराज ने कहा जिस तरह से की मतदाता हमारा रहा लेकिन मतदान करने में जैसे पर्चियां नहीं रही. बहुत सारी चीज नहीं कुछ कमियां हमारी रही. उसमें जो निरास्ता रही. उसमें उदाहरण है जैसे बूथों का मतदान न हो पाना, बूथों पर मतदान करने ना जा पाना लोग एक्टिव ना हो करके मतदान न करा पाना इसका भी एक कारण रहा दूसरा कारण रहा जो जनमानस जो है जैसे व्यापारी वर्ग हमारे कुछ नाराज रहे. व्यापारी वर्गों के बीच में हमारी प्रतिनिधियों का न जाना एक कारण रहा और कुछ जो रह जातिवाद में डाइवर्ट हो गए. इसका सबसे बड़ा कारण रहा जो जातिवाद में लोगों ने मतदान किया यह सबसे बड़ा कारण रहा.
'लल्लू सिंह अपने अहंकार के पराकाष्ठा में थे'
सत्येंद्र दास वेदांती ने कहा कि सिद्ध पीठ जानकी कुंज वेदन दास महाराज जी द्वारा यह गोष्ठी आयोजित की गई है. हम अयोध्या के सारे संत महात्मा आत्म चिंतन कर रहे हैं कि हारने का क्या कारण है और उसमें कुछ बिंदुएं हैं. उन बिंदुओं पर हम सब चिंतित हैं. उसका व्याख्यान हो रहा है. हम लोग कथा के लिए बाहर जाते हैं, नतमस्तक होना पड़ रहा है. जब अयोध्या में सर्वाधिक इतना उत्थान हुआ है तो अयोध्या में लल्लू सिंह क्यों हार गए. उसमें कुछ खास खास मुद्दे हैं लल्लू सिंह अपने अहंकार के पराकाष्ठा में थे. हम तो जीत ही रहे हैं कोई मतलब नहीं है. लेकिन चुनाव जब होता है अखाड़ा में पहलवान जाता है तो तैयार होकर जाता है, यह आत्म चिंतन का विषय है.
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