अयोध्या: यूपी के अयोध्या जिले में मकान विवाद को लेकर हुए दोहरे हत्याकांड मामले में हटिंगटन गंज चौकी इंचार्ज राजेश यादव को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल चार लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से पुलिस ने 315 बोर और 312 बोर के दो तमंचे, जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.


दरअसल, जनपद के थाना इनायत नगर क्षेत्र के पलिया प्रताप शाह में मकान के विवाद को लेकर हो रही पंचायत के दौरान मौजूदा प्रधान और बीजेपी नेता जय प्रकाश सिंह व उनके साथ पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रहे राम पदारथ यादव के बीच कहासुनी हो गई थी. इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच फायरिंग शुरू हो गई. जिसमें मौजूदा ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह की गोली लगने से मौत हो गई. इसके बाद प्रधान समर्थकों ने राम पदारथ यादव की हत्या कर दी. इस दोहरे हत्याकांड के बाद अयोध्या जनपद का राजनीतिक तापमान गर्म हो गया था. इसकी एक बड़ी वजह ये थी कि अयोध्या के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने घटना की चंद दिनों पहले आईजी और एसएसपी अयोध्या से मिलकर प्रधान जय प्रकाश सिंह की हत्या की आशंका जताई थी. यही कारण था कि घटना के बाद बीजेपी ने सीधे तौर पर पुलिस अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.



इस घटना का पुलिस ने अनावरण करते हुए जय प्रकाश सिंह और राम पदारथ यादव की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है. 18 मई को हुई इस वारदात में इन्हीं लोगों की भूमिका बताई जा रही है. अयोध्या के एसएसपी आशीष तिवारी ने इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पंचायत के दौरान ही मौजूदा प्रधान और बीजेपी नेता जय प्रकाश सिंह व  राम पदारथ यादव के बीच कहासुनी हुई, जिसके बाद राम पदारथ ने उनको गोली मार दी. जवाब में ग्राम प्रधान समर्थकों में से किसी अज्ञात व्यक्ति ने राम पदारथ को गोली मार दी. इस घटना में दोनों लोगों की मौत हो गई. मामले में स्थानीय चौकी हटिंगटन गंज चौकी इंचार्ज राजेश यादव की लापरवाही सामने आई है, जिनको निलंबित कर दिया गया है.


एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि पलिया प्रताप साह में 18 तारीख को खूनी संघर्ष हुआ था, जिसमें वर्तमान प्रधान और उनके प्रतिदंद्वी रहे राम पदारथ यादव के बीच हुई कहासुनी ने दोनों की जान ले ली. पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड में जो दो तमंचे, 2 अदद जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस, कुल्हाड़ी इस्तेमाल हुई थी, वो भी बरामद कर ली गई है. इसमें मुख्य अभियुक्त अंकित यादव  और रामदीन उर्फ वीरू हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, षड्यंत्र रचने वाले रजनीश और सौरव यादव भी गिरफ्त में हैं. एसएसपी ने कहा कि इस केस में इनायत नगर और एसओजी टीम ने अच्छा कार्य किया है और मेरी तरफ से 20000 का पुरस्कार भी दिया गया है.


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