UP News: इन दिनों बीजेपी नेताओं के दिन ठीक नहीं चल रहे है, कभी किसी नेता का महिला के साथ अभद्रता करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है तो वहीं अब बीजेपी के विधायक और मेयर का नाम अवैध प्लाटिंग और अवैध कॉलोनी बसाने वालों की लिस्ट में शामिल हो गया है. वहीं सरकार के मंत्री भी कानूनी पचड़े में फंसते नजर आ रहे हैं. जबकि विपक्ष को बैठे-बिठाए सरकार को घेरने का मौका मिल गया है.


अभी नोएडा में बीजेपी के पदाधिकारी श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी तक नहीं हो पाई है, जिसे लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं बीजेपी अब एक नई मुश्किल में फंसती नजर आ रही है. अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अवैध प्लाटिंग और अवैध कॉलोनाइजर्स की लिस्ट जारी की है, उसमें अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का नाम भी शामिल है. इतना ही नहीं बल्कि अयोध्या से दूसरी बार विधायक चुने गए वेद प्रकाश गुप्ता का भी नाम अवैध कब्जे धारों में शामिल है.


सांसद की चिट्ठी के बाद हुई जांच
वहीं बीजेपी के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ का नाम भी उस सूची में सम्मिलित है. जिसमें साफ तौर पर इस बात का जिक्र है कि ये लिस्ट अवैध कब्जा करने वालों की है. हालांकि इस बार बाबा गोरखनाथ चुनाव हार गए. दरअसल, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर अयोध्या में लगातार जो अवैध प्लाटिंग, कब्जे किए जा रहे हैं. उसकी एसआईटी से जांच कराने की मांग की थी. उसी पत्र के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से जब निर्देश दिए गए तो अयोध्या प्रशासन हरकत में आया और उसने जो अवैध कब्जेदारों की जो लिस्ट तैयार कराई. उसमें बीजेपी के मेयर, विधायक पूर्व विधायक सबके नाम सामने आ गए. उसके बाद से ही विपक्ष इसपर हमलावर बना हुआ है.


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पहले भी हुआ था विवाद
हालांकि यह पहला मामला नहीं है, जब अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का नाम किसी जमीन घोटाले में सामने आया हो. इससे पहले भी जब मंदिर निर्माण के लिए वहां भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा था, उस वक्त भी ऋषिकेश उपाध्याय का नाम सामने आया था. विवाद तब भी हुआ था और अब जब बकायदा पूरी लिस्ट आ गई है तो विपक्ष को तो बैठे-बिठाए मौका मिल गया है. समाजवादी पार्टी इस पर लगातार ट्वीट के जरिए सरकार को घेरने में जुट गई है.


परिवहन मंत्री ने साधा निशाना
इस पूरे मामले पर सरकार के मंत्री अपना ही तर्क दे रहे हैं. उनका कहना है कि इस सरकार में जो गलत करता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है. किसी का पक्ष नहीं लिया जाता है. वहीं अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए परिवहन मंत्री का साफ तौर पर कहना है कि दरअसल अखिलेश यादव के पास अब कुछ बचा नहीं है, इसीलिए केवल ट्वीट करते रहते हैं.


एक तरफ तो पार्टी के विधायक मेयर अवैध कब्जेदरों की लिस्ट में शामिल हो रहे हैं तो वहीं सरकार के मंत्रियों के भी दिन इन दिनों ठीक नहीं चल रहे हैं. कैबिनेट मंत्री राकेश सचान पर आरोप है कि वह कोर्ट से ऑर्डर की कॉपी लेकर निकल गए. जबकि कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है. जाहिर है इन सब घटनाओं से ऐसा लगता है कि पार्टी के ग्रह नक्षत्र फिलहाल ठीक नहीं चल रहे हैं.


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