Ayodhya BJP Hindutva Politics: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 2022 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से पहले एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने हिंदुत्व (Hindutva) की राह पर पार्टी को बढ़ाया है. 5 सालों में अयोध्या (Ayodhya), मथुरा (Mathura) और काशी में किए विकास कार्यों को अपनी उपलब्धि के तौर पर सरकार गिना रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जो लोग राम को नकारते थे वो आज राम-राम कर रहे हैं. सीएम ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) को एक्सीडेंटल हिंदू बताते हुए कहा कि राम ही इनका फैसला करेंगे. 


राम और अयोध्या से परहेज करते थे विपक्षी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हिंदुत्व की राह पकड़ने पर अयोध्या के संत समाज का कहना है कि पहले जो विपक्ष के लोग राम और अयोध्या से परहेज करते थे, आज वे रामलला का दर्शन कर रहे हैं. अयोध्या आ रहे हैं, आज वो हिंदुत्व की राह पर हैं. जबकि, भाजपा शुरू से ही हिंदुत्व की राह पर चली है और हिंदुत्व के लिए ही काम किया है. 


बुआ और बबुआ एक्सीडेंटल हिंदू हैं
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सही कहा की बुआ और बबुआ एक्सीडेंटल हिंदू हैं. उन्होंने कहा कि मैं इनसे सवाल पूछना चाहता हूं कि जो लोग राम जी के अस्तित्व को नहीं मानते थे, जो लोग एक वर्ग, एक संप्रदाय को खुश करने की ही बात करते थे, कभी अयोध्या नहीं आए, अयोध्या में कभी डेवलपमेंट की बात नहीं की, आज कौन सी स्थिति और परिस्थितियां हो गई हैं कि सबको राम और परशुराम और अयोध्या याद आने लगा है. उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से ही हिंदुत्व की बात करती रही है. योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के सहारे राजनीति करना चाहते हैं. हिंदुत्व के नाम पर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर काम कर रहे हैं. 



ये भी पढ़ें:


Muslims in UP Politics: भाजपा नेता ने कही बड़ी बात, बोले- चुनाव में जीतने वाले मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट जरूर देगी पार्टी 


Uttarakhand Politics: AAP की इस चाल ने बढ़ाई भाजपा और कांग्रेस की टेंशन, बदलनी पड़ सकती है चुनावी रणनीति