Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का काम पूरी रफ्तार से चल रहा है. राजस्थान की कार्यशालाओं से तराशे गए पत्थरों का अयोध्या आना शुरू हो गया है. इसके साथ ही तराशे गए पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों की सप्लाई भी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड से होने लगी है. अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्लिंथ का कार्य लगभग पूरा हो चुका है गर्भ गृह के चबूतरे निर्माण होने के बाद फर्श का काम शुरू हो जाएगा. इसके बाद जरूरत पड़ेगी मंदिर का स्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए तराशे गए पत्थरों की.


राजस्थान से पहुंचे तराशे गए पत्थर


श्री राम जन्मभूमि कार्यशाला में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए जो पत्थर तराशे गए थे उन्हें भी राम जन्मभूमि परिसर की अस्थायी कार्यशाला में पहुंचाया जा रहा है. अयोध्या के बाहर राजस्थान में जो पत्थर तराशे जा रहे थे उनका आना भी शुरू हो गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्र ने बताया कि जो पत्थर लगने हैं उनका आना प्रारंभ हो गया है राजस्थान के कार्यशाला में जो पत्थर तराशे जा रहे हैं उसके 4 ट्रक आ चुके हैं. पत्थरों को जोड़ने के लिए जो तांबे की पटियां लगनी है उनकी सप्लाई भी शुरू हो गई. उन्होंने कहा कि ऐसा विश्वास है तय समय सीमा में हमारी जो कार्य पद्धति है सही दिशा में चल रही है जो अनुमान है कि हम दर्शनार्थियों को अपने समय सीमा में भगवान को गर्भगृह में स्थापित कर देंगे.


कब तक होगा राम मंदिर का निर्माण


ट्रस्ट की योजना दिसंबर 2023 तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर की पहली मंजिल तैयार कर रामलला को गर्भगृह में स्थापित करने की है. जिसके बाद दर्शनार्थियों के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा और 2025 तक राम जन्मभूमि परिसर में भव्य और दिव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. अनिल मिश्र ने कहा कि इतना कहा जा सकता है दिसंबर तक 1 मंजिला इमारत बनाकर भगवान को गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा. जब भी मुहूर्त मिलेगा तब भगवान को गर्भगृह में स्थापित करके दर्शनार्थियों के लिए दर्शन उपलब्ध कराया जाएगा. शेष मंदिर का निर्माण चलता रहेगा. मंदिर कोई घर नहीं है पत्थरों का भव्य विशाल मंदिर है कारीगरों का काम है आगे भी चलता रहेगा. 


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