नई दिल्ली, एबीपी गंगा। अयोध्या केस में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन के जरिए नक्शा फाड़ने के मामले ने तूल पकड़ ली है। अब ये मामला बार काउंसिल ऑफ इंडिया के पास पहुंच गया। मामले की अंतिम सुनवाई के दौरान भरे कोर्टरूम में नक्शा फाड़ने को लेकर अखिल भारत हिन्दू महासभा ने राजीव धवन के खिलाफ बार काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर शिकायत की है। हिंदू महासभा ने मांग की है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया राजीव धवन के खिलाफ संज्ञान लेते हुए करवाई करें।



वेदांती भी धवन पर भड़के 


वहीं, रामजन्मभूमि न्यास के महंत रामविलास वेदांती ने भी राजीव धवन को निशाने पर लिया है। वेदांती ने कहा कि धनव न सिर्फ कोर्ट, बल्कि संविधान और जजों का भी अपमान किया है। उन्होंने कहा कि धवन ने जो कुछ भी किया है, वो भारत की संस्कृति के खिलाफ है। साथ ही, उन्होंने ये भी बताया कि इस मामले के बारे में उन्होंने पुलिस स्टेशन को बताया है। उन्होंने धवन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी संकेत दिए हैं।


राजीव धवन ने क्यों फाड़ा था नक्शा?
बता दें कि 16 अक्टूबर को अयोध्या मामले की अंतिम सुनवाई के दौरान जब हिंदू महासभा के वकील ने किताब और एक नक्शा कोर्ट रूम पेश किया, तो धवन भड़क गए। ये नक्शा राम जन्मभूमि की सही लोकेशन वाला बताया जा रहा था। धवन ने गुस्से में आकर इसी नक्शे की एक कॉपी के फाड़ दिया और इसके पांच टुकड़े कर दिए। उनकी इस हरकत पर सीजेआई ने भी नाराजगी जताई थी।


कोर्ट में उस वक्त क्या हो रहा था
उस वक्त कोर्ट में हिंदू महासभा के वकील वो नक्शा दिखा रहे थे, तभी धवन ने नक्शे को छीन लिया और कहा कि वो इस बात पर जवाब नहीं देंगे। इस पर सीजेआई ने कहा था कि दूसरे पक्ष के वकील सिर्फ अपनी बात रख रहे हैं, आप चाहें तो इसे फाड़ दें। तभी धवन ने नक्शे के पांच टुकड़े कर दिए।


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