नई दिल्ली, एबीपी गंगा। अयोध्या पर आनेवाले फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक की है। पूरे देश की निगाहें इस संवेदनशील फैसले पर लगी हैं। चीफ जस्टिस ने इस दौरान राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की तैयारियाों की समीक्षा की। इस दौरान डीजीपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या के अलावा और भी जो संवेदनशील इलाके हैं वह किस तरीके से सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जा रही है।


इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि दोनों अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें कि इस फैसले से पहले किसी भी प्रकार की अफवाह ना फैले। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर उनकी तरफ से कोई सहयोग चाहिए तो वह भी बताया जाए, हम तैयार हैं। यह बैठक सीजीआई के चैंबर में हुई।


इससे पहले दोनों अधिकारी तकरीबन 12 बजे दिल्ली पहुंचे। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के साथ अन्य वरिष्ठ पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी भी नई दिल्ली में हैं। मुख्य न्यायाधीश इन अधिकारियों से मुलाकात के दौरान अयोध्या के फैसले से पहले की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के विवाद के मामले में अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है। इस फैसले के जल्द आने की संभावना के बीच में उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के साथ ही प्रदेश के हर जिले में सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता करने में लगी है।  सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। इससे पहले ही फैसला आना है।


सीएम ने सभी जिलों के आलाअधिकारियों के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग


इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की है। बैठक में यूपी डीजीपी, राज्य के मुख्य सचिव, राज्य के गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सीएम योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिला अधिकारियों के साथ बैठक भी की। सीएम योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। वातावरण खराब करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि बॉर्डर एरिया पर विशेष ध्यान दिया जाए। वहीं, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ एक्शन लें। छोटी से छोटी घटनाओं को गंभीरता से देखें। इसी के साथ हर जिले में कंट्रोल रूम 24 घंटे चलेगा, सूचनाओं के संप्रेषण के लिए यह कंट्रोल रूम बने हैं।