लखनऊ,संतोष कुमार। अयोध्या विवाद की फैसले की घड़ी ज्यों ज्यों नजदीक आती जा रही है उत्तर प्रदेश में संवेदनशीलता के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक-चौबंद करने की कवायद तेज़ की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले सप्ताह आने वाले संभावित फैसले के मद्देनजर मुख्यमंत्री आवास से 4 घंटे तक मैराथन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एक तरफ खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डीजीपी, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, डीजी इंटेलिजेंस समेत तमाम अफसर मौजूद थे। वहीं दूसरी तरफ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिले के अधिकारी कमिश्नर एस बी आई जी और एडीजी मौजूद रहे। रात 12:00 बजे तक चली इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अयोध्या के मद्देनजर एहतियातन उठाए जाने वाले कदम के साथ-साथ लापरवाही बरतने वाले अफसरों को भी हिदायत दी कि इस बार लापरवाही कार्रवाई का कारण बनेगी।


देश के सबसे बड़े विवाद का सबसे बड़ी अदालत फैसला सुनाने जा रही है। अगले हफ्ते अयोध्या प्रकरण में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8:00 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शुरू की तो जाकर रात 12:00 बजे खत्म हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि माहौल को खराब करने वालों के खिलाफ सख्त सख्ती से निपटा जाए। अराजकता फैलाने के लिए किसी को छूट नहीं है। छोटी से छोटी घटना पर भी अफसर नजर रखें। हर जिले में कंट्रोल रूम के जरिए घटनाओं पर पुलिस की मौजूदगी और कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने जनता के साथ-साथ स्थानीय नेताओं और धर्म गुरु के साथ प्रशासन के संवाद को बढ़ाने पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि अफसर धर्मगुरुओं के साथ बैठक करें, पीस कमेटी की मीटिंग करें, फुल पेट्रोलिंग की जाए।


डायल 112 की गाड़ियों का नया रूट मैप तैयार कर संवेदनशील इलाकों में पुलिस की मौजूदगी बढ़ाई जाए। तमाम हिदायत के बीच मुख्यमंत्री ने सभी कमिश्नर एडीजी और आईजी को जिले में एक रात बिताने का निर्देश भी दिया। अफसर जिले में रात में रुके, जनता और कर्मचारियों से सीधे संवाद स्थापित करें।


अयोध्या फैसले के मद्देनजर अयोध्या और लखनऊ में हेलीकॉप्टर की व्यवस्था रखी जाए ताकि आपातकाल में हर स्थिति से निपटा जा सके। मुख्यमंत्री ने जनता के प्रति पुलिस के अच्छे व्यवहार पर जोर देते हुए कहा कि आम आदमी में पुलिस के प्रति विश्वास होना चाहिए अपराधियों में पुलिस का खौफ हो।


कई जिलों के डीएम को लगी फटकार


4 घंटे की बैठक में कई जिलों के डीएम और कप्तान मुख्यमंत्री की फटकार का भी शिकार हुए। प्रयागराज, देवरिया, गोंडा, अंबेडकरनगर के अफसरों को मुख्यमंत्री ने हिदायत देते हुए निर्देश दिया कि हालात पर जल्द काबू पाना सीखे नहीं तो कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें। पहले सामूहिक संवाद के बाद मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के अफसरों के साथ एक-एक कर बात भी की और हर जिले में की जा रही सुरक्षा व्यवस्था पर अफसरों से जवाब तलब भी किया। रात 12:00 बजे तक चली इस मैराथन बैठक को अयोध्या फैसले के मद्देनजर अहम बैठक रही जिसमें मुख्यमंत्री ने तमाम निर्देशों के बीच अफसरों को सतर्क और संवेदनशील रहने की हिदायत भी दी गई।