Ayodhya Latest News: अयोध्या में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम रामलला के दरबार पहुंचे. दर्शन, पूजन किया और राम झरोखे से ही भगवान राम लला के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया से भी रूबरू हुए. अयोध्या पहुंचे प्रमोद कृष्णम ने मीडिया से बात करते हुए ज्ञानवापी मामले पर कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है जो सामने आ गया उसको किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है. आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ हरियाणा के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी मौजूद थे.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मांग करते हुए कहा कि ताजमहल और कुतुब मीनार भारत सरकार हिंदुओं को सौंप दें. राज ठाकरे के विरोध के मामले पर बोलते हुए कहा कि बृज भूषण शरण सिंह और राज ठाकरे दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं वहीं ओवैसी को राज ठाकरे का सौतेला भाई बताते हुए कहा कि ना तो इनका कोई धर्म है और ना ही कोई मजहब.
ज्ञानवापी मामले पर खुशी व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह बहुत ही चमत्कारी विषय है और हमारी आस्था से जुड़ा हुआ है. मामला कोर्ट के अधीन है और न्यायालय के किसी भी फैसले का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं. पहले भी किया है और अब भी करेंगे. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला हमारी आस्था से जुड़ा हुआ है. भारत की जन भावना से जुड़ा हुआ विषय है.
ताजमहल प्रकरण पर बोलते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कुतुब मीनार और ताजमहल भारत सरकार के अधीन है. किसी धर्म से जुड़ा हुए नहीं हैं साथ ही मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि ताजमहल और कुतुब मीनार भारत सरकार हिंदुओं को सौंप दें. यह विषय भारत सरकार का है हम राष्ट्र और देश के साथ हैं.
राज ठाकरे के अयोध्या विरोध के मामले पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बेबाकी से अपनी राय देते हुए कहा कि बृज भूषण शरण सिंह और राज ठाकरे दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं. इनका धर्म और भावनाओं से लेना देना नहीं है. यह अपनी दुकान चमकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ मौजूद थे और उन्होंने ज्ञानवापी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ज्ञानवापी में अभी तो विराट शिवलिंग मिलने की बात है. तत्वों के आधार पर सरकार जो भी जानकारी देगी इस मामले पर कोई भी विस्तृत जानकारी सरकार देगी.
न्यायपालिका पर विश्वास है और न्यायपालिका ने राम मंदिर मामले पर फैसला दिया था. समय जरूर लग सकता है लेकिन न्याय संगत फैसले लिए जाएंगे.
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