Ayodhya Deepotsav: अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर के तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं.  योगी सरकार आठवीं बार दीपोत्सव का कार्यक्रम करने जा रही है. इस बार का दीपोत्सव का कार्यक्रम हर बार की अपेक्षा और भव्य होने जा रहा है. इसकी भव्यता का सबसे बड़ा कारण रामलला का अपने मंदिर में विराजमान होना है. जानकारी के मुताबिक इस बार योगी आदित्यनाथ की सरकार 25 लाख दिए अयोध्या में प्रज्ज्वलित करवाने वाली है.


दीपोत्सव के कारण अयोध्या के कुम्हारों के जीवन में भी बड़ा बदलाव आया है. जो कुम्हार कभी रोजी-रोटी के लिए परेशान दिखते थे, अब दीपोत्सव के दौरान ही एक-एक लाख रुपये कमा लेते हैं. अयोध्या के जयसिंहपुर गांव में दीपोत्सव को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. आपको बता दें कि दीपोत्सव का आयोजन हर साल राम की पैड़ी पर भव्यता से होता है.  


दीपोत्सव के दौरान लाखों की संख्या में दीप प्रज्ज्वलित होते हैं. यहां का 40 परिवार दीपोत्सव के लिए दीप बना रहा है. यहाँ के कुम्हारों की माने तो  सीएम योगी की ही देन है कि दीपोत्सव के बाद से प्रजापति की भी पहचान हो गई है. नहीं तो उन्हें कोई पहचानता नहीं था.


पिछले साल प्रज्ज्वलित हुए 22 लाख से अधिक दीये
यूपी में जबसे योगी सरकार आई है तब से हर वर्ष दीपोत्स्व पर एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है. जिसमे 2017 में 1.71 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए, 2018 में 3.01 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए , 2019 में 4.04 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए, 2020 में 6.06 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए, 2021 में 9.41 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए , 2022 में 15.76 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए, 2023 में 22.23 लाख दीपक प्रज्ज्वलित हुए.


अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला के मंदिर में विराजमान होने के बाद ये अयोध्या की पहली दीवाली है. योगी सरकार दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखना चाहती है. हर बार की तरह इस बार अयोध्या का दीपोत्सव नया कीर्तिमान स्थापित करने वाला है. इसके लिए प्रदेश सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है. 


ये भी पढ़ें: जगतगुरु रामभद्राचार्य को मिली बड़ी राहत, SC-ST एक्ट के तहत केस दर्ज किए जाने की मांग खारिज