अयोध्या के विकास का मॉडल तैयार, 25 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी देखेंगे विजन डॉक्यूमेंट
अयोध्या के साथ-साथ आसपास के जनपदों में भी साधु संतों और ऋषियों की तपस्थली का विकास होगा. रामनगरी के विकास पर करीब पांच सौ लोगों की राय डॉक्यूमेंट में शामिल की जा चुकी है.
अयोध्या: अयोध्या के विकास को लेकर विजन डॉक्यूमेंट तैयार हो रहा है. 25 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी भव्य अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट देखेंगे. पीएम की कसौटी पर खरा साबित होने के लिए कंसल्टेंट कंपनी ली एसोसिएट्स के साथ अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह रूपरेखा को त्रुटि रहित बनाने में लगे हैं. फरवरी के दूसरे पखवाड़े से कंसल्टेंट एजेंसी यहां विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने में लगी है.
रामनगरी के विकास पर करीब पांच सौ लोगों की राय डॉक्यूमेंट में शामिल की जा चुकी है. रामनगरी के संत-महंतों के अतिरिक्त श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सहित सांसद, विधायक, शिक्षाविद सहित अन्य लोगों के सुझाव लिए जा चुके हैं. ये क्रम अभी जारी है. वहीं इस पर अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामनगरी के विकास को पीएम की मंशा के अनुरूप आकार देना चाहते हैं. यही वजह है कि वह इसमें कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहते.
3 कंपनियों ने कई लोगों से बात की है- लल्लू सिंह
सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि पीएम से वीसी के जरिये जुड़ने से पहले 3 कंपनियों ने कई लोगों से बात की है. सभी से बात करने के बाद विजन डॉक्यूमेंट तैयार हुआ है. सीएम पहले भी 2 बार डॉक्यूमेंट पर चर्चा कर चुके हैं लिहाजा अब पीएम के साथ चर्चा होगी. अयोध्या के साथ-साथ आसपास के जनपदों में भी साधु संतों और ऋषियों की तपस्थली का विकास होगा.
अयोध्या में अभी तक रेल और सड़क का बेहतर विकास किया गया है. मैंने कहा है जो भी विकास हो वो आधुनिकता के साथ पुरानतन परंपरा और संस्कृति को दर्शाए सिर्फ आधुनिकता नहीं होनी चाहिए. जो अयोध्या राम जन्म के समय थी कुछ वैसे ही आधुनिकता के समावेश के साथ तैयार करना चाहिए जिससे कि लोगों का मन अयोध्या मोह सके.
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