Ayodhya News: राम जन्मभूमि मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए होगा स्पेशल फोर्स का गठन, जानें- क्या है मास्टर प्लान
UP News: राम जन्मभूमि परिसर में 70 एकड़ जमीन पर में लोगों की सुविधाओं के लिए मास्टर प्लान पर चर्चा की गई. राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्स के गठन पर भी मंथन किया गया है.
Ayodhya News: अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है. इसी के साथ इस पर भी मंथन हो रहा है कि राम जन्मभूमि परिसर के 70 एकड़ में कौन-कौन से निर्माण होने हैं. यह निर्माण दर्शनार्थियों की सुविधाओं के साथ-साथ उन सभी सुविधाओं के विकास के लिए किया जाना है, जिससे राम जन्मभूमि परिसर को और भव्य बनाया जा सके.
राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा के लिए एक स्पेशल फोर्स के गठन पर भी मंथन हो रहा है. इस खास यूनिट में बीएसएफ, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के साथ यूपी पुलिस के जवान शामिल होंगे. यही यूनिट राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में तैनात होगी. इसके लिए राम मंदिर निर्माण समिति में बीएसएफ के रिटायर्ड डीजी केके शर्मा को शामिल किया गया है, जिनके निर्देशन और रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा व्यवस्था में यह पूरा बदलाव होगा. सूत्रों की मानें तो अयोध्या के साथ-साथ श्री विश्वनाथ मंदिर समेत कुछ महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था किसी खास फोर्स को सौंपी जा सकती है.
जानिए क्या क्या होंगी सुविधाएं
बता दें कि रामजन्मभूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण के अलावा पूरे 70 एकड़ जमीन में नक्षत्र वाटिका के साथ-साथ म्यूजियम होगा, जिसमें खुदाई के दौरान निकले अवशेषों को रखा जाएगा. पुस्तकालय भी होगा, जिसमें राम मंदिर और उसके संघर्ष के अलावा सनातन धर्म से जुड़ी किताबे होंगी. राम जन्मभूमि में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को उसे दिखाया जाएगा. इसके अलावा गौशाला और यज्ञशाला भी होगी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण के लिए वहीं पर एक रसोई भी होगी. इसके साथ ही अगर दर्शनार्थी भोजन करना चाहे तो वहां उनके भोजन के लिए भी व्यवस्था होगी. यही नहीं, राम मंदिर ट्रस्ट और सुरक्षा में जुड़े अधिकारियों और जवानों के लिए एक ऑफिस कंट्रोल रूम मीटिंग के साथ कंट्रोल रूम के लिए भी व्यवस्था होगी. कॉरिडोर में श्री राम के जीवन चरित्र को प्रदर्शित करती मूर्तियां भी होंगी. इसके अलावा, कई और मंदिर भी स्थापित होंगे.
महासचिव चम्पत राय ने कही ये बात
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया, '70 एकड़ जमीन में जो बनना है, उसका तो 2 साल से सब कुछ निर्धारित है. उसी के आधार पर बिल्डिंगों का चयन किया जा रहा है.' उन्होंने बताया कि सारी सुविधाएं व्यवस्थित तरीके से बनाने का फैसला किया गया है.
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