UP News: अयोध्या (Ayodhya) जिला अस्पताल बुधवार को अखाड़े का मैदान बन गया. मरीज का इलाज कराने आए तीमारदारों और डॉक्टरों में झड़प हो गई. ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों और गार्ड को निशाना बनाया गया. मारपीट के विरोध में स्टाफ ने स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दी. दोनों पक्षों से मिली तहरीर की जांच पुलिस कर रही है. पूराकलंदर क्षेत्र के कोडरी गांव निवासी एक मरीज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे.
बताया जाता है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अनिल वर्मा किसी मरीज को देखने गए थे. मरीज लेकर आए तीमारदारों ने पहले फार्मासिस्ट से वाद विवाद किया. उसी समय डॉक्टर अनिल वर्मा भी मौके पर पहुंच गए. गाली गलौज होने के बाद विवाद और बढ़ गया. आरोप है कि मरीज के परिजनों ने डॉक्टर पर हमला कर दिया.
अखाड़े का मैदान बना जिला अस्पताल
साथी को बचाने आए डॉक्टर फुजैल अंसारी से मारपीट की गई. बीच बचाव करने पहुंचे गार्ड और फार्मासिस्ट से झड़प हुई. अस्पताल के कंपाउंड में अन्य स्टाफ से दुर्व्यवहार किया गया. बवाल की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची. पुलिस के समझाने-बुझाने से बवाल रुक गया. मारपीट के विरोध में स्टाफ ने स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दी. करीब पांच घंटे तक अस्पताल आए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बहाल हुईं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी बृज कुमार ने 5-6 लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. बृज कुमार ने बताया कि घटना का कारण स्पष्ट नहीं है.
हमले के विरोध में स्टाफ ने की हड़ताल
इमरजेंसी और ओपीडी की सेवाएं दोबारा बहाल कर दी गई हैं. पुलिस ने डॉक्टर अनिल कुमार वर्मा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया. तहरीर में अस्पताल स्टाफ के भी हस्ताक्षर हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास, मारपीट, धमकी और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. आरोपियों की तरफ से भी पुलिस को तहरीर दी गई है.
सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि अजय कुमार मिश्रा की तहरीर पर जांच की जा रही है. विवाद का कारण मरीज को उचित इलाज का नहीं मिलना बताया जा रहा है. डॉक्टरों की तरफ से मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और तीमारदार अजय मिश्रा की तहरीर पर जांच हो रही है.