Ayodhya News: अयोध्या (Ayodhya) के 14 कोसी और पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण किया जाना है. वहीं अयोध्या के संतों को किसी तरह जानकारी मिली कि 14 कोसी परिक्रमा मार्ग को बदला जाएगा. अयोध्या की प्राचीन 14 कोसी परिक्रमा बदलने की आहट के बाद सिद्धपीठ नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने डीएम नीतीश कुमार से अयोध्या के महंत और नाका हनुमानगढ़ी से जुड़े भक्तों के साथ मुलाकात कर एक ज्ञापन दिया. महंत रामदास के अनुसार डीएम ने परिक्रमा मार्ग न बदले जाने का आश्वासन दिया है. इससे संत और भक्तों के चेहरे खिल उठे हैं. 


इससे पहले महंत रामदास ने जनवरी के तीसरे हफ्ते में कमिश्नर गौरव दयाल से मुलाकात की थी और महंत रामदास ने 14 कोसी परिक्रमा और अक्षय नवमी तिथि पर परिक्रमा से जुड़े नाका हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन की जानकारी दी थी. उन्होंने एक ज्ञापन सौंपकर महादेव मंदिर को लेकर परिक्रमा मार्ग बदलने से लोगों को होने वाली परेशानी के बारे में कमिश्नर को बताया था.


पूरे मामले को डीएम के सामने रखा गया
कमिश्नर गौरव दयाल ने महंत रामदास की पूरी बात सुनकर परिक्रमा मार्ग की प्राचीन परंपरा बनाए रखने पर गौर करने का आश्वासन दिया था. नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास के अनुरोध पर राम वल्लभा कुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास लक्ष्मण किला के महंत मैथिलीशरण, मंगल भवन के महंत राम भूषण दास कृपालु ने इस मामले को श्रद्धालुओं की आस्था का विषय बताकर गंभीरता से डीएम के सामने रखा है. डीएम की ओर से परिक्रमा मार्ग पहले जैसा रहने देने के आश्वासन के बाद संतों ने उनका आभार जताया.


ये लोग रहे मौजूद
डीएम नीतीश कुमार ने बताया कि अयोध्या के पूज्य संतों द्वारा परिक्रमा मार्ग को लेकर चर्चा की गई और संतों को आश्वासन दिया गया कि बिना किसी क्षति और सभी को ध्यान में रखते हुए कार्य कराया जाएगा. इस अवसर पर मंगल भवन के महंत राम भूषण दास, कृपालु राम कचहरी चारों धाम के महंत और सरयू आरती समिति के अध्यक्ष शशिकांत दास, राम आश्रम के महंत रामदास, डांडिया मंदिर के महंत महामंडलेश्वर गिरीश दास, सार्व भवन आश्रम के महंत गंगादास, पत्थर मंदिर महंत मनीष दास, राम वैदेही मंदिर के महंत महामंडलेश्वर राम जी सारण, पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत कमला दास, सरयू कुंज के महंत बागी शरण, जानकी कुंड के महंत वीरेंद्र दास बाबा रविदास आदि लोग उपस्थित रहे.


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